उत्तराखंड में आग उगल रहा सूरज, पहाड़ों पर झुलसाने वाली गर्मी, पारा 40 पार

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उत्तराखंड भी मैदानी क्षेत्रों की तरह भीषण गर्मी का सामना कर रहा है। इस वजह से प्रदेश के लोगों की हालत खराब है। कई इलाकों का तापमान 40 डिग्री से अधिक चला गया है। ऐसे में लोग अब बारिश का इंतजार कर रहे हैं।

उत्तराखंड में मैदान से लेकर पहाड़ तक तपिश के कारण जनजीवन प्रभावित है। मैदानी क्षेत्रों में पारे ने सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं। लू के थपेड़ों से आमजन बेहाल हैं। लगातार 10 दिनों से मैदानी क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया जा रहा है, जो कि सामान्य से छह से नौ डिग्री सेल्सियस अधिक है। मंगलवार दोपहर तीन बजे दून में अधिकतम तापमान 41 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में भीषण गर्मी से राहत मिलने के बजाय पारा लगातार बढ़ता जा रहा है। मैदानी क्षेत्रों में लू चलने को लेकर चेतावनी जारी की गई है।

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने उत्तराखंड में 19 जून को बारिश की संभावना जताई है। उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में तापमान छह से नौ डिग्री सेल्सियस ऊपर चल रहा है। इतना ही नहीं, मैदानी इलाकों में भी लोग भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं और बारिश के लिए तरस रहे हैं। फिलहाल के लिए मौसम विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर, पौड़ी और नैनीताल में हीटवेव की संभावना जताई है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। लोगों को दोपहर में 12 से 4 के बीच घरों से बाहर निकलने से बचना चाहिए। साथ ही खुद को हाइड्रेटिड रखने के लिए पानी का सेवन करते रहना चाहिए। इसके अलावा खाने में हल्की और ठंडी चीजों का सेवन करना चाहिए।

दिन में भीषण गर्मी, रात को भी सुकून नहीं

भीषण गर्मी से बेहाल उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में दिन में जीना मुहाल है तो रात को भी सुकून नहीं मिल रहा है। दून में अधिकतम तापमान जहां सामान्य से नौ डिग्री सेल्सियस अधिक है, वहीं न्यूनतम तापमान भी पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। जबकि इन दिनों में दून का अधिकतम तापमान 34-35 और न्यूनतम तापमान 22-23 डिग्री सेल्सियस रहता है। ऐसे में रात को भी गर्म हवा के थपेड़े और उमसभरी गर्मी महसूस की जा रही है।