गोपेश्वर, चमोली जिले के घाट ब्लाॅक में शनिवार रात्रि को हुई मूसलाधार बारिश से घिंघराण और लांखी गांवों में खासा नुकसान हो गया है। हालांकि पूरी घटना में जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। वहीं दूसरी ओर प्रशासन की ओर से आपदा प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दे दिये हैं।
बता दें, कि शनिवार को घाट ब्लाॅक में हुई मूसलाधार बारिश के चलते रात्री में चुफलागाड और नंदाकिनी नदी उफना गई। जिससे जहां घाट बाजार में नदी किनारे रह रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोग ने भारी बारिश में अपने घरों को छोडकर अन्य ग्रामीणों के घरों में शरण ली। वहीं चुफलागाड के से घिंघराण गांव में बने पुल का एक छोर क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे यहां सैंती, लांखी, बंगाल और बांजबगड गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही के लिए परेशानी हो सकती है। वहीं चुफलागाड के कटाव से लांखी गांव में रणजीत सिंह, जसपाल सिंह, होशियार सिंह के आवासीय भवनों के पुस्ते क्षतिग्रस्त हो गये हैं। जबकि घिंघराण गांव में अतिवृष्टि से स्थानीय ग्रामीण मनोज बिष्ट का आवासीय भवन मलबे में दब गया है। प्रभावित ग्रामीणों ने आपदा के बाद गांव में अन्य ग्रामीणों के घरों में शरण ले ली है। वहीं प्रशासन की ओर से तहसील की टीम ने मौके पर जाकर क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार कर ली है।
तहसीलदार सोहन सिंह रांगड का कहना है कि शनिवार को हुई बारिश के नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। जिसके बाद नियमानुसार प्रभावितों को राहत प्रदान की जाएगी।