प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश, प्रशासन अलर्ट पर 

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मानसून 
देहरादून, राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है। मंगलवार सुबह राजधानी देहरादून में झमाझम बारिश से सड़के तालाब में तब्दील हो गईं। शहर की रिस्पना और बिंदाल नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। लोगों को दफ्तर आदि पहुंचने में मुश्किल हुई। सड़कों और गलियों में भरा पानी लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। 11 बजे के बाद दून में बारिश थम गई लेकिन 12:30 बजे पु​न: शुरू हो गई।
हरिद्वार में सुबह झमाझम बारिश हुई जबकि ऋषिकेश में देर रात हुई बारिश से गर्मी से लोगों को राहत मिली है। चमोली जिले में बादल छाए हैं। टिहरी में रुक-रुककर बारिश हो रही है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री हाइवे पर यातायात सुचारू है। कुमाऊं के रूद्रपुर, हल्द्वानी आदि क्षेत्रों में भी बारिश का दौर जारी है।
अगले चार दिन प्रदेश में भारी बारिश
मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि, “अगले चार दिन प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को विशेषकर नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, चमोली, टिहरी, पौड़ी तथा देहरादून जिले में भारी से बहुत बारिश हो सकती है।”
इसके बाद 11 से 13 जुलाई तक नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, चमोली, टिहरी, पौड़ी देहरादून तथा हरिद्वार जिले में वर्षा होने की संभावना है, इसके लिए अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है। मौसम विभाग ने अलर्ट के मद्देनजर राज्य आपदा परिचालन केंद्र के सभी जिलाधिकारियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिया है।
बारिश के बाद जिलों की स्थिति 
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार देहरादून जिले में चार ग्रामीण मोटर मार्ग बारिश के कारण अवरुद्ध हो गए हैं। इन्हें खोले जाने की कार्रवाई जारी है। जनपद के सभी हिस्सों में रुक-रुककर बारिश जारी है। रुद्रप्रयाग जिले में बारिश हुई है। हालांकि केदारनाथ यात्रा पर इसका कोई असर नहीं है। केदारनाथ यात्रा सुचारू है। टिहरी जिले में भी बारिश का दौर जारी है। नरेंद्र नगर में 25.30 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। जनपद में एक ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है। जिसे खोले जाने की कार्रवाई जारी है।
हरिद्वार जिले में स्थिति सामान्य है। हरिद्वार और लक्सर में 25 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई गंगा नदी का जलस्तर 291.20 मीटर है जबकि खतरे का स्तर 294 मीटर है। पौड़ी जिले में 19 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है। इन्हें खोले जाने की कार्रवाई की जा रही है। उत्तरकाशी जिले में रुक-रुक कर वर्षा जारी है। गंगोत्री-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग खुले हुए हैं।
चमोली जिले में स्थिति सामान्य है। एक ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है, जिसे खोले जाने की कार्रवाई की जा रही है। अल्मोड़ा जिले में भी एक ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है। चौखुटिया में 28 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। नैनीताल जिले में स्थिति सामान्य है। यहां कालाढूंगी में 18 मिमी, हल्द्वानी में 32 मिमी, मुक्तेश्वर में 38 मिमी, रामनगर में 11.40 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
चंपावत जिले में टनकपुर घाट राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच – 9) टिप-टॉप में मलबा पत्थर आने के कारण अवरुद्ध है। इसे खोले जाने की कार्रवाई जारी है। एक जिला मार्ग तथा तीन ग्रामीण मोटर मार्ग भी अवरुद्ध है। शारदा नदी का जलस्तर 217.7 मीटर पर पहुंच गया है। खतरे का स्तर 221. 70 मीटर है। बनबसा में 79 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई।
ऊधमसिंह नगर जिले में भी वर्षा हो रही है। बागेश्वर में दो ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है। इन्हें खोले जाने का कार्रवाई की जा रही। पिथौरागढ़ जिले में पांच ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है, जिन्हें खोले जाने की कार्रवाई की जा रही है। बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है।