चमोली जिले के विकास खंड जोशीमठ के दूरस्थ क्षेत्र उर्गम घाटी को जोड़ने वाला मोटरमार्ग चार स्थानों पर मलबा आने से छह दिन से अवरुद्ध है। एक स्थान पर 30 मीटर सड़क ध्वस्त हो चुकी है। पैदल आवाजाही का भी कोई साधन नहीं है। ग्रामीण रोजमर्रा के कार्यों के लिए हेलंग मुख्य मार्ग तक भी नहीं पहुंच पा रहे है। यह जानकारी ग्राम प्रधान देवेंद्र सिंह रावत ने दी।
उन्होंने बताया कि एक स्थान पर लघु जल विद्युत परियोजना की नहर के कारण सड़क तीस मीटर तक ध्वस्त हो गई है। उन्होंने जिला प्रशासन से अविलंब मोटर मार्ग खोलने की मांग की है।
अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई कर्णप्रयाग दीपक कुमार का कहना है कि किलोमीटर पांच पर सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। यहां दीवार निर्माण के बाद सड़क पर आवाजाही की जा सकती है। इसमें 15 दिन का समय लगेगा। इसके बाद ही आगे के मार्ग को खोलने के लिए मशीन भेजी जा सकती है। अन्य स्थानों पर मलबा हटाने के लिए मशीन भेज दी गई है।
मानसून पूर्व की तैयारियों की खुली पोल, पांच दिन से अंधेरे में तीन ब्लाॅक
चमोली जिले की पिंडर घाटी के तीन विकास खंडों में पांच दिन से विद्युत आपूर्ति बाधित है। इस वाकये ने प्रशासन की मानसून पूर्व तैयारियों की पोल खोल दी है।
जिले में 18 जून से तीन दिन तक लगातार हुई भारी वर्षा के कारण पिंडर घाटी के थराली, नारायणबगड और देवाल की विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई थी। तब से यह क्षेत्र अंधेरे में हैं। अमसौड़ में लगातार हो रहे भूस्खलन से बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पंती के समीप भी बिजली के खंभे गिरने से विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त है।पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य बैनोली नरेंद्र सिंह राणा, सीएससी संचालक प्रमोद जोशी और भगत नेगी ने मांग की है कि जल्द से जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल की जाए।
अवर अभियंता विद्युत वितरण खंड थराली हेमंत चमोली का कहना है कि क्षतिग्रस्त विद्युत लाइन को जोड़ने का कार्य चल रहा है। कई स्थानों पर टूट चुके विद्युत पोल ठीक किए जा रहे हैं। जल्द ही विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।