(गोपेश्वर) सिखों के प्रसिद्ध धाम हेमकुंड साहिब और हिंदुओं की आस्था का प्रतीक लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में माथा टेककर मनोकामनाएं मांगी।
हेमकुंड साहिब के कपाट बुधवार को एक बजकर 30 मिनट पर विधि-विधान के साथ बंद किए गए। साथ ही लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी बंद किए गए। आपको बता दें कि हेमकुंड गुरुद्वारे के निकट ही लोकपाल लक्ष्मण मंदिर है। हेमकुंड के कपाट खुलने के दौरान इस मंदिर के भी कपाट खुलते हैं, जबकि बंद भी एक साथ होते हैं। इससे पहले हेमकुंड साहिब मे गुरुवाणी के साथ भजन का आयोजन किया गया साथ ही एक बजे से साल की अंतिम अरदास पढ़ी गई।
सप्त श्रृंखलाओं में बसे हेमकुंड साहिब के दर्शन करने के लिए पंजाब राज्य से हजारों सिख श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे और कपाट बंद होने के साक्षी बने। यहां गुरु गोविंद सिंह का धाम है जो कि मई माह से अक्टूबर माह तक श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोल दिया जाता है।
चार माह तक चली कठिन यात्रा
चार माह तक चली इस कठिन यात्रा में सिख श्रद्धालु हजारों की संख्या में गुरु गोविंद सिंह के धाम पहुंचते हैं और अपनी मनोकामना को गुरु गोविंद सिंह से पूरी करने की लालसा रखते हैं। कठिन यात्रा के बाद जो भी सिख श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचता है वह अपने आप को धन्य मानता है और हेमकुंड साहिब की तुलना स्वर्ग से करता है।
अबतक इतने श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
इस बार हेमकुंड साहिब में 229530 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए हैं। सितंबर महीने से हेमकुंड साहिब में बर्फ भी गिर रही है, जिसके बाद धाम मे कड़ाके की ठंड़ शुरू हो गर्इ है।