आवेदन करने के बाद भी जिन लोगों की पेंशन नहीं लग पाती है। आवेदन ही गायब हो जाते हैं तो इसका समाधान जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने एक अभिनव पहल करते हुए ढूंढ निकाला है।
जिलाधिकारी ने पेंशन आवेदन के लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। जिससे आवेदन की स्थिति का पता आसानी से लग सकेगा। यहां तक कि आवेदक को मैसेज के जरिये भी सूचना मिल जाएगी कि आवेदन स्वीकार हुआ या निरस्त। इस सॉफ्टवेयर का नाम सहयोग रखा गया है। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में भटवाड़ी, डुंडा, चिन्यालीसौड़, नौगांव, पुरोला व मोरी ब्लॉक हैं। इन सभी ब्लॉकों में वर्तमान में 31 हजार पेंशनधारक हैं। लेकिन, पांच हजार से अधिक वृद्ध, विधवा, दिव्यांग, किसान ऐसे हैं, जिनकी पेंशन पिछले तीन से चार साल से नहीं लग पाई है। यह भी पता नहीं चल पाता कि आवेदन स्वीकृत हुआ या नहीं।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला समाज कल्याण विभाग अब विधवा, विकलांग, वृद्धावस्था एवं किसान पेंशन के आवेदन एक जुलाई से सहयोग सॉफ्टवेयर में लोड करेगा। आवेदन पत्र ऑनलाइन होते ही आवेदक को मोबाइल व एसएमएस के जरिये जानकारी मिल जाएगी कि उसका आवेदन किस स्तर पर लंबित है या किस कारण से निरस्त हुआ है। बताया कि अभी आवेदक को अपना फार्म मैनुअल भरना होगा। जिसके बाद विभागीय कर्मचारी फार्म को स्कैन करके ऑनलाइन करेगा तथा एक पंजीकरण नंबर भी जारी करेगा।
जिलाधिकारी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी ब्लॉक स्तर के कर्मचारियों को ऑनलाइन प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने ने बताया कि इस तरह का सॉफ्टवेयर तैयार करने वाला जिला उत्तरकाशी प्रदेश में पहला जिला है।