मुंबई, कारोबार के लिहाज से पिछला सप्ताह बेहतर नहीं रहा है। बीएसई में पिछले सप्ताह के अंत में मार्केट कैपिटलाइजेशन घटकर 137.92 लाख करोड़ रुपये रह गया। विगत सप्ताह बाजार पूंजीकरण 140.75 लाख करोड़ रुपये रहा था। साप्ताहिक आधार पर पिछले कारोबारी सप्ताह की तुलना में बाजार पूंजीकरण में 2.83 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सेक्टोरेल औऱ ब्रॉड बेस्ड सूचकांकों में भी निराशाजनक माहौल रहा है। बीएसई की 10 सेक्टर की कंपनियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
तीन सेक्टर में खरीदारी
साप्ताहिक आधार पर सेक्टोरल सूचकांकों में केवल तीन सेक्टर की कंपनियों में ही खरीदारी देखी गई है। कारोबारी लिहाज से सबसे ज्यादा बढ़ोतरी आईटी. टेक और कंज्युमर ड्युरेबल्स सेक्टर की कंपनियों में देखी गई। आईटी सेक्टर की कंपनियों में (3.14 प्रतिशत), टेक सेक्टर की कंपनियों में (2.52 प्रतिशत) और कंज्युमर ड्युरेबल्स सेक्टर की कंपनियों में (1.01 प्रतिशत) की बढ़ोतरी देखी गई है।
10 सेक्टरों को हुआ भारी नुकसान
बीएसई पर घटने वाले सूचकांकों में सबसे ज्यादा गिरावट रियल्टी, मेटल और पीएसयू सेक्टर की कंपनियों में हुआ है। रियल्टी सेक्टर की कंपनियों में (7.75 प्रतिशत), मेटल सेक्टर की कंपनियों में (5.02 प्रतिशत), पीएसयू सेक्टर की कंपनियों में (5.01 प्रतिशत) की सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई, तो वहीं बैंकेक्स में (4.53 प्रतिशत), कैपिटल गुड्स में (2.85 प्रतिशत), ऑयल एंड गैस सेक्टर की कंपनियों में (2.68 प्रतिशत), एफएमसीजी सेक्टर की कंपनियों में (2.5 प्रतिशत) औऱ पॉवर सेक्टर की कंपनियों में (2.36 प्रतिशत) की गिरावट दर्ज हुई है। हालांकि हेल्थकेयर सेक्टर की कंपनियों में (0.12 प्रतिशत) और ऑटो सेक्टर की कंपनियों में (0.11 प्रतिशत) की मामूली गिरावट देखी गई है।
ग्रुप के अनुसार उतार-चढ़ाव
बीएसई पर ए ग्रुप की 457 कंपनियों में से केवल 96 कंपनियों के भाव में बढ़ोतरी दर्ज हुई है, जबकि 360 कंपनियों में गिरावट देखी गई। बी ग्रुप की 950 कंपनियों में से 160 कंपनियों के भाव में हरियाली नजर आई, जबकि 779 कंपनियों के भाव बिकवाली के दबाव में घटे । हालांकि 11 कंपनियों के भाव यथावत रहे।