गोपेश्वर, स्वास्थ्य सेवा के नाम पर पहाड़ों की एक मात्र 108 एम्बुलेंस सेवा के पहिए शुक्रवार से थम जायेंगे। जीवीके ने 108 सेवा में लगे कर्मचारियों को नोटिस जारी कर गुरुवार अर्थात सात मार्च से सेवाएं समाप्त होने का नोटिस जारी कर दिया है। हा
लांकि, डीजी हेल्थ ने एक माह और सेवा बढ़ाने का बयान जारी किया है लेकिन 108 सेवा में लगे कर्मचारियों कहना है कि इसकी सूचना अभी तक उन्हें नहीं मिली है।
पर्वतीय क्षेत्रों में वैसे ही स्वास्थ्य सेवा बदहाल स्थिति में है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने जीवीके के साथ करार खत्म पर उन्हें सात मार्च तक ही समय देते हुए आगे की सेवा खत्म कर दी है। करार खत्म होने के साथ ही जीवीके ने भी 108 सेवा में कार्य कर रहे सभी कर्मचारियों को नोटिस जारी कर सात मार्च के बाद कार्य न करने की बात कही है।
ऐसे में पहाड़ की बदहाल होती स्वास्थ्य सेवा का क्या होगा। पहाड़ के लोगों के लिए 108 सेवा आपात काल में वरदान साबित हो रही थी लेकिन उस सेवा को भी समाप्त किये जाने के बाद अब लोग स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।