पर्यटन नगरी घूमने आए सात पर्यटकों और उनके साथ चार पोर्टरों को 24 घंटे बाद रेस्क्यू कर सकुशल निकाल लिया गया है। सभी पर्यटकों का मुनस्यारी में मेडिकल प्रशिक्षण किया जा रहा है। सात पर्यटक 22 दिसंबर को गाइड नेत्र सिंह कुंवर के साथ गोगिना, बागेश्वर से 3 पोर्टरों के साथ मुनस्यारी के लिए ट्रैकिंग पर निकले। उन्हें इस ट्रैक को तीन दिन में पूरा कर मुनस्यारी लौटना था। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे पर्यटक भैंसियाताल पहुंचे, लेकिन चार फीट की बर्फ होने के कारण 7 पर्यटक, 4 पोर्टर रास्ता पूरी तरह से भटक गए और जंगलों में चार घंटे तक रास्ता ढूंढते रहे। इस कारण उन्हें थकान होने लगी। इसके साथ ही पर्यटकों का खाना भी खत्म हो गया। अधिक समय तक चलने के कारण पर्यटक पंकज जहांगीर का ब्लड प्रेशर लो हो गया। आगे चलना पर्यटकों के लिए कड़ी चुनौती बन गया। उन्होंने वापस भैंसिया ताल जाकर एक गुफा में शरण लेने का निर्णय लिया। दल लीडर अभिजीत ने शाम 4 बजकर सात मिनट में हेल्प लाइन नम्बर 112 पर फोन कर प्रशासन को सूचना दी। जिसके बाद प्रशासन ने रेस्क्यू टीम को भेजकर पर्यटकों को सही सलामत खलियाटॉप तक पहुंचाया। सभी पर्यटकों का प्रशासन की निगरानी में मेडिकल प्रशिक्षण किया जा रहा है। फीट होने के बाद भी उन्हें छोड़ा जाएगा।
तीन राज्यों के है पर्यटक
मुनस्यारी। मुनस्यारी ट्रैकिंग के लिए आए पर्यटक तीन राज्यों के हैं। दल लीडर अभिजीत(27), पंकज जहांगीर (31), उदयभान चौहान (31) दिल्ली के हैं। उमेश रावत (29) हल्द्वानी, रोजेंद्र रौतेला(26) देहरादून से हैं। गौरव (29) कानपुर देहात और सायन (27) बंगाल से हैं। पर्यटकों के साथ तीन पोर्टर परवीन आर्य, मनोज कुमार, त्रिलोक सिंह और गाइड नेत्र सिंह कुंवर बागेश्वर से हैं।
रेस्क्यू टीम में शामिल लोग
आईटीबीपी- इंस्पेक्टर कृपाल सिंह, कांस्टेबल महेश धामी, सचिन सामंत, हिमांशु भंडारी, त्रिलोचन
राजस्व- उपनिरीक्षक कमल उपाध्याय, नरेंद्र कुमार, गोविंद सिंह, राकेश चिराल, देवेंद्र राम
वन विभाग- कैलाश चंद्र पांडेय
पुलिस-थानाध्यक्ष प्रदीप चौहान, एसआई अरूण सिंह राणा, कांस्टेबल संतोष कुमार, महेंद्र कुमार, राकेश कुमार
मोनाल संस्था-दीपक पवार, मनोज झेक्वान, चंचल सिंह आदि