देहरादून। उत्तराखंड बोर्ड में बालिकाओं में टॉपर रही उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ की रहने वाली शताक्षी रोजाना 20 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर सरस्वती विद्या मंदिर चिन्यालीसौड़ में पढ़ती है । शताक्षी का सपना अपने पिता की तरह ही इंजीनियर बनना है। वह दून में रहकर जेईई की तैयारी कर रही हैं और एस्ट्रो इंजीनियर के क्षेत्र में करियर बनाना चाहती हैं।
उत्तराखंड बोर्ड के 12वीं कक्षा के अंकों पर गौर करें तो शताक्षी कुल 500 में से 490 अंक प्राप्त किए हैं। इतना ही नहीं गणित में 100 में से 100 अंक हासिल करते हुए राज्य के टॉपर्स में अपना नाम शामिल किया। शताक्षी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोचिंग संस्थान वीआर क्लासेज व अपने स्कूल के शिक्षकों को दिया।
20 किलोमीटर चलकर जाती थी स्कूल
उत्तराखंड की विषम परिस्थिति के चलते यहां स्कूलों तक रोज आना जाना भी किसी तपस्या से कम नहीं होता। शताक्षी भी यह सफलता कड़ी मेहनत और लगन से हासिल की है। शताक्षी ने बताया कि वह स्कूल आने के लिए रोजाना 20 किलोमीटर का सफर तय कर पूरा करती थी। रोज 10 किलोमीटर आना और 10 किलोमीटर पैदल जाना आज सफल हो गया। वह आगे भी कड़ी मेहनत करके ना सिर्फ अपने राज्य बल्कि देश का नाम दुनिया भर में रोशन करेंगी।
20 किलोमीटर चलकर जाती थी स्कूल
उत्तराखंड की विषम परिस्थिति के चलते यहां स्कूलों तक रोज आना जाना भी किसी तपस्या से कम नहीं होता। शताक्षी भी यह सफलता कड़ी मेहनत और लगन से हासिल की है। शताक्षी ने बताया कि वह स्कूल आने के लिए रोजाना 20 किलोमीटर का सफर तय कर पूरा करती थी। रोज 10 किलोमीटर आना और 10 किलोमीटर पैदल जाना आज सफल हो गया। वह आगे भी कड़ी मेहनत करके ना सिर्फ अपने राज्य बल्कि देश का नाम दुनिया भर में रोशन करेंगी।
एस्ट्रो इंजीनियर बनना चाहती हैं 12वीं की टॉपर शताक्षी