हरिद्वार, उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के दर्शनों के लिये आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिये धर्मनगरी हरिद्वार पूरी तरह से तैयार है। यात्रियों के ठहरने के लिये हरिद्वार के होटल और धर्मशालायें सुसज्जित कर ली गई है। इसी के साथ श्रद्धालुओं को चार धाम के दर्शनों के लिये भेजने वाली ट्रैवल एजेंसियों ने भी वाहनों की फिटनेस इत्यादि करा ली है। इस बार चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की जेब पर किराये का अतिरिक्त बोझ भी पड़ने वाला है। इस बार यात्रा के किराए में 18 फीसदी की वृद्धि की गई है।
विश्व प्रसिद्ध चार धाम के कपाट 18 अप्रैल से खुलने जा रहे हैं। 18 अप्रैल को यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये जायेंगे। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल और बदरीनाथ धाम के कपाट 2 मई की सुबह भोर बेला में विधिवत पूजा अर्चना के साथ खोले जायेंगे। भगवान के इन धामों पर दर्शन करने के लिये देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचने वाले हैं। श्रद्धालुओं ने अपने होटलों और वाहनों की बुकिंग तक करा ली है। जबकि काफी संख्या में श्रद्धालु चार धाम यात्रा पर जाने के लिये हरिद्वार पहुंचकर ही बुकिंग कराते है। हरिद्वार के निजी टरैवल एजेंसियों, होटल संचालकों की ओर से सभी तैयारियां कर ली गई है। वही पहाड़ी इलाकों की खूबसूरती का आनंद लेने वाले पर्यटकों के आगमन का सिलसिला भी शुरू हो गया है। यात्रा किराए में हुई भारी वृद्धि इस बार उत्तराखण्ड की चार धाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बुरी खबर भी है। इस बार यात्रा करने वाले श्रद्धालुओ को अतिरिक्त किराया देना होगा।
इस बार यात्रा के निर्धारित किराए में करीब 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विगत वर्ष बस से एक सीट के लिए चार धाम यात्रा पर जाने वाले व्यक्ति को करीब साढ़े उन्नीस सौ रुपये भुगतान करने पड़ते थे। अब किराये में करीब 18 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। जिस कारण करीब 13 सौ रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से खर्च करना पड़ेगा। वहीं टैक्सी द्वारा यात्रा करने वालों को भी प्रतिदिन करीब एक हजार रुपये अतिरिक्त देने पड़ेगें।