देहरादून। राजधानी देहरादून में शुक्रवार को दो संगठनों ने अलग-अलग स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान नारे को लेकर एक दूसरे के समर्थक आपस में भीड़ गए। बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस को लाठियां भी चलानी पड़ी है। जिससे प्रशासन के रवैये को लेकर प्रदर्शनकारियों में और आक्रोश बढ़ गया। बमुकिश्ल पुलिस ने मामले को शांत कराया। वहीं शहर में दुकानें और बाजार भी बढ़ते तनाव को देखते धड़ाधर बंद हो गए।
शुक्रवार को हिन्दू संगठन परेड मैदान से दिल्ली में मंदिर तोड़े जाने लेकर शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे थे। जबकि इससे पहले गांधी पार्क से भीम आर्मी, बहुजन क्रांती मोर्चा, मुस्लिम सेवा संगठन सहित आधा दर्जन से अधिक संगठनों ने माम लिंचिंग तबरेज हत्याकांड के विरोध में प्रदर्शन कर न्याय की मांग करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति के नाम आठ बिंदुओं पर एक ज्ञापन सौंपा।
शुक्रवार को गांधी पार्क से एक समुदाय के लोग विरोध कार्यक्रम कर लौट रहे थे तभी दौरान दूसरे समुदाय के लोग किसी प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे। इसी बीच वहां दोनों समुदाय में लोग नारे को लेकर भीड़ गए। इसी दौरान तहसील चौक पर रैली से वापसी के समय किसी बात को लेकर विवाद हो गय। जिस पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी भांजते हुए दौड़ा कर बीजेपी महानगर कार्यलय तक खदेड़ा। इस बात की भनक लगते ही हिन्दू संगठन से जुड़े लोग परेड मैदान में काफी संख्या में एकत्र हो गए। जहां से जिलाधिकारी कार्यालय ज्ञापन देने की बात पर अड़े हुए थे। वहीं पुलिस ने मामले को गम्भीरता से देखते हुए उन्हें रैली के शक्ल में आने नही जाने पर अड़ी हुई थी। इस बात को लेकर पुलिस और लोगों के बीच काफी नोकझोक भी हुई।
एसपीसीटी श्वेता चौबे ने प्रदर्शनकारियों को आगे जाने से मना कर दिया। प्रदर्शनकारी वहीं धरने पर बैठ गए और नारे लगाने लगे। फिर कुछ देर बाद पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से जाने को लेकर तैयार हो गई। जैसे ही प्रदर्शनकारी लैंसडाउन चौक के पहुंचे पुलिस उन्हें बैरकेटिंग लगाकर रोकने का भरपुर प्रयास की लेकिन पुलिस उस समय पूर तरह लाचार दिखी। प्रदर्शनकारी बैरकेटिंग को तोड़कर डीएम कार्यालय की और बढ़ते चले गए।