ऋषिकेश, परमार्थ निकेतन में सोमवार को नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ रश्मि और परमार्थ निकेतन के प्रतिनिधियों ने वर्ष 2021 में हरिद्वार में होने वाले कुम्भ मेला को लेकर बैठक की। इस दौरानमेले को स्वच्छ, स्वस्थ्य, ईको फ्रेंडली बनाने के साथ ही पूरे कुम्भ के दौरान नेत्र रोग चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विस्तृत चर्चा की।
डाॅ रश्मि ने बताया कि, “प्रयागरभ में संस्कार भारती और अन्य संस्थाओं के सहयोग से पूज्य संतों के मार्गदर्शन में लाखों-लाखों लोगों को नेत्र चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की साथ ही अनेक लोगों की आंखों के ऑपरेशन भी सम्पन्न किये।” परमार्थ प्रतिनिधि गंगा नन्दिनी त्रिपाठी ने बताया कि, “स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज की विदेश यात्रा के पश्चात रश्मि से इस विषय पर विस्तृत चर्चा की जाएगी, ताकि हरिद्वार कुम्भ में स्वच्छता के साथ साथ उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं लोगों को प्रदान की जा सके। विदेश की धरती पर भी अनेक भारतीय चिकित्सक हैं, जो अपने देश में आकर सेवा करना चाहते हैं। अतः कुम्भ एक अवसर होगा जहां पर सभी आकर अपनी सेवाएं समर्पित कर सकते हैं। कुम्भ के अवसर पर की गई सेवा सचमुच अद्भुत सेवा होगी। इससे पुुण्य भी मिलेगा, पवित्रता भी होगी और सेवा भी होगी। “
स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने विदेश से भेजे अपने संदेश में कहा कि आगामी हरिद्वार का कुम्भ अपने आप में अनुपम हो इस लिये स्वच्छता, स्वास्थ्य सुविधायें, नेत्र रोग चिकित्सा, ईको फ्रेंडली वातावरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि हिमालय से पूरे विश्व को हिमालय के साथ गंगा के तट से गंगा की पवित्रता का संदेश प्रसारित किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है और हम तो उस प्रदेश के वासी हैं जिस प्रदेश से गंगा निकलती है।
पूरे भारतवर्ष को पवित्र करती है। अतः वर्ष 2021 के हरिद्वार कुम्भ को सभी लोग, सरकार के साथ मिलकर अभूतपूर्व बनाएंगे। रश्मि ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया। परमार्थ परिवार के सदस्यों ने डाॅ. रश्मि पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया। सभी ने मिलकर लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए वाॅटर ब्लेसिंग सेरेमनी सम्पन्न की।