केदारनाथ पैदल मार्ग पर रविवार सुबह चट्टान और मलबा गिरने से 3 यात्रियों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने घटना में यात्रियों के हताहत होने पर गहरा दुःखद व्यक्त करते हुए कहा है कि वे लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि आपदा कन्ट्रोल रूम को रविवार सुबह करीब 7.30 बजे केदारनाथ यात्रा मार्ग चीरबासा के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर आने से कुछ यात्रियों की मलबे में दबने की सूचना मिली। एनडीआरएफ, डीडीआर, वाईएमएफ व प्रशासन की टीम मौके पर है राहत एवं बचाव कार्य में लगी है। रेस्क्यू टीम ने मलबे से तीन लोगों को निकाला जिनमें सभी मृत पाए गए। मरने वालों में महाराष्ट्र के नागपुर निवासी किशोर अरुण पराटे (31 वर्ष), महाराष्ट्र के जालना जिला निवासी सुनील महादेव काले (24 वर्ष) और उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग निवासी अनुराग बिष्ट शामिल हैं।
घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया में जारी एक पोस्ट में लिखा है कि,’केदारनाथ मार्ग घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है, इस सम्बन्ध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं। हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।’
रविवार प्रातः करीब साढ़े सात बजे गौरीकुण्ड से तकरीबन 3 किमी आगे केदारनाथ धाम जाने वाले पैदल मार्ग पर चीरवासा नामक स्थान पर पहाड़ी से मलबा पत्थर आने से राह चल रहे पैदल यात्री इसकी चपेट में आ गए। मलबे की चपेट में आये लोगों को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र गौरीकुण्ड भिजवाया गया।