पंजाब के पठानकोट और लुधियाना में हुए बम ब्लास्ट के साजिशकर्ता सुखप्रीत सिंह उर्फ सुख को शरण देने के आरोपित चार लोगों को उत्तराखंड एसटीएफ ने पंतनगर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने एक आरोपित के पास से पिस्टल और फोर्ड फिगो कार बरामद की है। गिरफ्तार आरोपितों में से तीन उधम सिंह नगर और एक आरोपित रामपुर जनपद का रहने वाला है।
एसएसपी बरिंदर जीत सिंह ने शनिवार को इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि उत्तराखंड एसटीएफ को नवंबर माह में पंजाब के पठानकोट, नवां शहर और लुधियाना में हुए बम ब्लास्ट की घटनाओं के साजिशकर्ता सुखप्रीत सिंह को उधम सिंह नगर में शरण दिए जाने संबंधी इनपुट मिले थे। इसके बाद एसटीएफ पिछले तीन माह से इस दिशा में कार्य कर रही थी। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण और गोपनीय जानकारी इकट्ठा करने के उपरांत एसटीएफ की विभिन्न टीमों ने 21 जनवरी को शमशेर सिंह शेरा, हरप्रीत सिंह हैप्पी, अजमेर सिंह मण्ड और गुरपाल सिंह ढिल्लों उर्फ गुरी को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार शमशेर, हरप्रीत और अजमेर उधम सिंह नगर के किला खेड़ा और बाजपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं जबकि गुरपाल सिंह रामपुर जनपद के थाना स्वार का निवासी है। हालांकि गुरपाल इन दिनों बाजपुर में ही रह रहा था।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार शमशेर सिंह के कब्जे से 32 बोर की पिस्टल के साथ फोर्ड फिगो कार भी बरामद की गई है। आरोपित इस कार का प्रयोग बम ब्लास्ट के आरोपित सुखप्रीत को अपने घर में शरण देने,उसे लाने और ले जाने के लिए करते थे। चारों आरोपित इंटरनेट, व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से कनाडा, आस्ट्रेलिया और सर्बिया से जुड़े हुए थे। फरार आरोपित सुख खालसा टाइगर फोर्स से जुड़े अर्श से संपर्क में था और कनाडा में रहकर ही अर्श व्हाट्सएप कॉल द्वारा इन्हें संचालित करता था।
एसएसपी सिंह ने बताया कि आतंकी सुखप्रीत को शरण देने, मदद देने और सुरक्षित स्थानों पर भेजने की व्यवस्था करने के आरोप में चारों अभियुक्तों के खिलाफ पंतनगर थाने में मुकदमा कायम किया गया है। चारों से पूछताछ के दौरान मिली सूचना को विभिन्न राष्ट्रीय एजेंसियों और राज्य पुलिस को साझा कर दी गई है।
इन आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ टीम में पुलिस उपाधीक्षक डॉ पूर्णिमा गर्ग, निरीक्षक एमपी सिंह, ललित मोहन जोशी, दिनेश पंत, विनोद चंद्र जोशी, केजी मठपाल, ब्रजभूषण, प्रकाश भगत, सत्येंद्र गंगोला आदि शामिल थे।