अब निजी स्कूलों को मात देने लगा है छोटे से गांव का एक प्राथमिक विद्यालय

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ऋषिकेश, उत्तराखंड में प्राथमिक विद्यालयों की हालत किसी से नहीं छिपी है, लेकिन ऐसे में कुछ ऐसे विद्यालय हैं जहां शिक्षकों की मेहनत से बच्चे अपने भविष्य की नई इबारत लिख रहे हैं। ऐसा ही एक स्कूल है नरेंद्रनगर का कुथ्या प्राथमिक स्कूल जहां पब्लिक स्कूलों की तरह बच्चों को कंप्यूटर सहित हर तरह की शिक्षा उपलब्ध कराई जाती है ।स्कूल ने अपने विद्यालय की वार्षिक पत्रिका ‘कोहिनूर’ का विमोचन किया जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।

कहते हैं प्रतिभा किसी भी चीज की मोहताज नहीं होती जरूरत है एक अच्छे मार्गदर्शक शिक्षक की जो आने वाले भविष्य को सुंदरता के साथ गढ़ सके। विद्यालय के छात्रों ने अपनी बाल पत्रिका ‘कोहिनूर’ प्रस्तुत करते हुए अपने अनुभव बांटे और पुस्तक की विशेष बात यह रही कि उसमें कृषि मंत्री सुबोध उनियाल का साक्षात्कार भी विद्यालय के छात्रों ने लिया जो की पत्रिका में छपा भी है। विद्यालय के सहायक अध्यापक प्रमोद चमोली ने बताया की, “पत्रिका में बच्चों ने अपनी कविताएं कहानियां और दिनचर्या के बारे में अपने सच्चे अनुभव जाहिर किए हैं साथ ही सामाजिक समस्या स्थानीय मंदिरों की जानकारी भी और कई ज्ञानवर्धक रचनाएं प्रकाशित की है। इस मौके पर गांव के उपप्रधान गजेंद्र सिंह, जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान नई दिल्ली से आए प्रवक्ता एसपी मालगुडी भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि यह प्राथमिक स्कूल दुर्गम क्षेत्र में पड़ता है जहां आने जाने के लिए सड़कें भी नहीं है, फिर भी यहां के बच्चे पब्लिक स्कूल के बच्चों को मात दे रहे हैं, कंप्यूटर सहित हर आधुनिक शिक्षा इन छात्रों को उपलब्ध कराई जा रही है।