कहते हैं जिसके सर पर भोलेनाथ का हाथ हो तो वह कठिन से कठिन मंजिलों को भी तय कर लेता है। कुछ ऐसा ही हुआ देहरादून झांझरा निवासी ममता के साथ, शुक्रवार को नीलकंठ यात्रा में अपने पति और परिजनों के साथ भगवान नीलकंठ महादेव का जलाभिषेक कर वापस लौटते हुए राजाजी नेशनल पार्क के घने जंगलों के बीच मोनी गुफा के पास ममता को प्रसव पीड़ा हुई, सभी परिजनों के हाथों फूल गए आखिर लाखों की कांवड़ियों की भीड़ और जंगल का रास्ता, ना कोई डॉक्टर, ना कोई सुविधा?
आखिर करें तो क्या करें? लेकिन नीलकंठ भगवान का नाम लेकर ममता ने आंखें खोली और अचानक ही रास्ते में बच्चे की किलकारियों की गूंज सुनाई देने लगी। हर कोई भोलेनाथ के चमत्कार पर नतमस्तक हो गया और बीच रास्ते में एक स्वस्थ कन्या का जन्म हो गया। परिजनों ने इस कन्या का नाम मोनी उर्फ पार्वती रखा और सभी सकुशल पुलिस की सहायता से जच्चा-बच्चा को लेकर ऋषिकेश हॉस्पिटल पहुंचे। डॉक्टरों ने जच्चा-बच्चा के स्वस्थ होने की घोषणा की अौर हर कोई भोलेनाथ के इस आशीर्वाद से ममता को बधाई देने लगा। ऐसी अजीब सी विकट परिस्थिति में स्वस्थ बच्चे को जन्म देना और सुरक्षित घर को लौटना महादेव का चमत्कार ही है।