उत्तराखंड में 2022 में होने वाले विधानसाभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी ने भी ताल ठोक दी है। दिल्ली के मुख्यंत्री और आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है की 2022 के विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर चुनाव लडे़गी।
दिल्ली में जबदस्त जीत्त दर्ज करने के बाद उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर भी केजरीवाल की आप पार्टी चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इसके कारण उत्तराखंड में आने वाला विधान सभा चुनाव अब त्रिकोणीय हो गया है जहां अभी भजपा प्रचंड बहुमत की सरकार चला रही है तो प्रदेश की मुख्य विपक्ष कांग्रेस पार्टी भी चुनावी मोड में आ चुकी है। ऐसे में आप पार्टी की सभी सीटों पर चुनाव लड़ना दोनों पार्टियों के समीकरण बिगाड़ सकता है। प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने बताया कि “दिल्ली की तर्ज पर यहां भी चुनाव लड़ा जाएगा पार्टी के कार्यकर्ता घर घर जाकर लोगो से प्रदेश के हर मुद्दे पर बात कर रहे हैं। जिसके बाद जनता का उनकी बहुत सहयोग मिल रहा है। एक सर्वे के मुताबिक प्रदेश की 62 फीसदी जनता आप पार्टी को चुनाव लड़ने की बात कर रही है जिसके बाद ही पार्टी ने ये फैसला किया है।”
डेढ़ महीने पहले आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में एक सर्वेक्षण कराया था, जिसके नतीजों से उत्साहित होकर आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड को कर्मभूमि बनाने का मन बनाया है। आप नेताओं का मानना है कि उत्तराखंड की जनता कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों से परेशान हैं और बेहतर विकल्प चाहती हैं, जो सिर्फ आम आदमी पार्टी ही दे सकती है पार्टी को दिल्ली में उत्तराखंडी आबादी से भरपूर समर्थन मिलता रहा है और वही समर्थन उत्तराखंड में भी मिलेगा। उनका कहना है कि उत्तराखंड में इस समय तीन सबसे बड़े मुद्दे हैं। रोजगार की कमी से पैदा हुआ पलायन, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और सरकारी स्कूल-कालेजों में अच्छी शिक्षा का अभाव।
पार्टी नेताओं का कहना है कि, ये सभी जानते है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में इन्हीं को दुरुस्त कर जनता का दिल जीता है। आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में भी वही प्रयोग दोहराएगी। इसके साथ ही हर गांव की पहुंच में एक मोहल्ला क्लीनिक बनाया जाएगा। बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए स्थानीय संसाधनों से जोड़कर स्वरोजगार और छोटे कारोबार को बढ़ावा दिया जायेगा।