देहरादून। देहरादून में डेढ़ करोड़ की चोरी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने न सिर्फ चोर बल्कि चोरी का सौ प्रतिशत सामान भी बरामद किया है। पुलिस टीम के गुडवर्क को देखते हुए एसएसपी ने टीम की प्रसंशा करते हुए टीम नकद धनराशि प्रदान करने की घोषणा की।
करीब डेढ़ करोड़ की चोरी को दिया अंजाम
देहरादून के जेमिनिवाला गुनियाल गांग स्थित शाहीनबाग रेसॉर्ट के मालिक अरुण गुप्ता पुत्र सूरज भान गुप्ता ने छह फरवरी को पुलिस में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। अरुण ने पुलिस को जानकारी दी कि वे पांच फरवरी को अपने परिवार के साथ दिल्ली गए थे। उनकी गैरहाजिरी में किसी अज्ञात व्यक्ति ने मकान का शीशा तोड़कर घर से लाखों रुपये के गहने, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी कैमरे और लाइसेन्सी रिवॉल्वर चोरी कर ली। मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना राजपुर ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। चोरी का मामला तकरीबन डेढ़ करोड़ का था, जिसे देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने निर्देशन में पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम गठित की गई, जिसमें टीम द्वारा मौके पर जाकर घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। आस पास लोगों से गहनता से पूछताछ की गई। घटना के सीसीटीवी फुटेज लेकर विश्लेषण भी किया गया।
हरिद्वार से किया गिरफ्तार
टीम ने पुराने नौकरों से पूछताछ की तो फैजाबाद के ग्राम सहजना निवासी अवधेष कुमार यादव पुत्र साहब शरण सिंह यादव का नाम सामने आया। जानकारी में पता चला कि वह रिसॉर्ट में पहले नौकरी करता था। जिसके चलते पुलिस ने अवधेश की तलाश शुरू कर दी। इसी क्रम में पुलिस टीम ने 13 फरवरी को अवधेश चिड़िया पुर होटल के पास हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्त के पास से सोने के चार कंगन व एक रिवाल्वर .22 व 10 कारतूस भी बरामद हुए।
बरामद किया चोरी को पूरा माल
अभियुक्त अवधेष कुमार यादव से थाना लाकर गहन पूछताछ की गई। जिसके बाद अभियुक्त ने चोर करना स्वीकार कर लिया। अवधेश ने बताया कि चोरी से सम्बन्धित बाकी माल सिंघली गांव के जंगल में छिपाया है। पुलिस ने पूरा माल अपने कब्जे में ले लिया। मामले में पुलिस टीम में शामिल चौकी प्रभारी उमेश कुमार, एसओजी प्रभारी पीडी भट्ट, थान नेहरू कालोनी वउनि राकेश शाह, चौकी प्रभारी आईटीपार्क वउनि सुनील कुमार, थाना राजपुर से वउनि ज्योती प्रसाद उनियाल के बेहतरीन कार्य को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
पूरा वेतन नहीं देने पर दिया घटना को अंजाम
पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद अवधेश ने बताया कि रिसोर्ट में कार्य करने के दौरान रिसोर्ट के मालिक अरुण गुप्ता ने उसे पूरा वेतन नही दिया। जिसके चलते आवेशवश उसने यह कदम उठाया। इतना ही नहीं अवधेश ने पांच फरवरी को अरुण पर जानलेवा हमला करने का प्लान बनाया था, इसके लिए धारदार हथियार भी खरीदा था। गनीमत रही कि जिस वक्त अवधेश घर में घुसा तो उस वक्त घर में कोई नहीं था। जिसके बाद उसने चोरी की घटना को अंजाम दे दिया।