देहरादून। सरकारी स्कूलों के प्रति रुझान बढ़ाने और शिक्षा का बेहतर माहौल उत्पन्न करने के मकसद से शिक्षा विभाग ने नई पहल की है। पहल के तहत अब प्रदेश के किसी भी सरकारी स्कूल में बच्चे को कभी भी दाखिले प्रदान किया जा सकेगा। यानि जून जुलाई सत्र आरंभ होने वाली दाखिला प्रक्रिया इन स्कूलों में साल भर चलेगी। हालांकि बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कक्षाओं में दाखिले की यह सुविधा नहीं रहेगी। यहां पूर्व प्रक्रिया से ही दाखिला दिया जाएगा।
स्कूलों में छात्र संख्या की कमी है चुनौती
सरकारी स्कूलों के हालात खराब होने के कारण अधिकतर इन स्कूलों में लोग दाखिला कराने से कतराते हैं। इसी को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग और सरकार सरकारी स्कूलों की दिश और दशा दोनों बदलने के लिए एढ़ी चोटी का जोर लगा रही है। यही कारण है कि निरंतर स्कूलों का निरीक्षण और अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। शिक्षा के प्रति गंभीर न रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। ताकि सरकारी स्कूलों को लेकर लोगों की सोच बदली जा सके। आंकड़ों पर गौर करें तो सर्व शिक्षा अभियान की रिपोर्ट के मुताबिक ड्रॉपआउट की समस्या शिक्षा विभाग के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। साल 2016-17 में प्राथमिक स्तर पर कक्षा 1 से 5वीं क्लास तक सालाना औसत 4.45 रहा। जबकि वर्ष 2015-16 में ड्रॉपआउट का औसत 3.16 रहा। साफ है कि हर साल ड्रॉपआउट का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सरकारी स्कूलों में छात्रों की घटती संख्या देखते हुए विभाग ने साल भर दाखिला प्रक्रिया चलाए रखने का निर्णय लिया है। खास बात यह कि प्रदेशभर के सरकारी स्कूल इस निर्णय के बाद कभी भी दाखिला देने से इनकार नहीं कर सकेंगे।
विभाग चला रहा विशेष अभियान
प्रदेश में ड्रॉपआउट को कम करने के लिए सरकारी स्कूलों में हर माह की 6 तारीख को प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा। अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों में बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा। इतना ही नहीं बच्चों के साथ ही अभिभावकों को भी शिक्षा का महत्व बताते हुए संपर्क साधने का कार्य किया जाएगा। एससीईआरटी निदेशक सीमा जौनसारी ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल माह में प्रवेशोत्सव से 80 हजार से ज्यादा दाखिले हुए हैं। जो पिछले वर्ष 45 हजार के आस पास थी। प्रवेशोत्सव के बेहतर परिणाम को देखते हुए अब इसे अभियान के रूप में पूरे साल हर महीने की छह तारीख का चलाया जाएगा। हालांकि, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में समय से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया होनी आवश्यक है इसी को देखते हुए केवल 10वीं और 12वीं में साल भर दाखिले नहीं होंगे। इसके अलावा बाकी सभी कक्षाओं में अभिभावत साल के किसी भी माह में दाखिला करा सकेंगे।