एजीबीएएस रखेगा हाजिरी पर नजर

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देहरादून। केंद्रीय आयुष मंत्रालय अब देश भर के आयुष कॉलेजों की निगरानी करेगा। इन कॉलेजों में होने वाले फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन (सीसीआईएम) ने एजीबीएएस (आधार जीपीएस बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम) लगाने के निर्देश जारी किए हैं।

एजीबीएएस से काम कर रहे कर्मचारी, शिक्षक और डॉक्टर सीधे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, सीसीआईएम काउंसिल से जुड़ जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि इस सिस्टम के लागू होने के बाद केंद्रीय अधिकारी कॉलेज पर सीधे नजर रख सकेंगे। अस्पताल में डॉक्टर कब आ रहे हैं, कितने मरीज देख रहे हैं, प्रोफेसर, कर्मचारी समय पर आ रहे हैं या नहीं इसकी निगरानी अब दिल्ली में बैठे अधिकारी करेंगे। आयुष मंत्रालय के निर्देशानुसार उपस्थिति प्रणाली में यह नई व्यवस्था देशभर में शीघ्र अपनाई जाएगी। इसमें सभी आयुर्वेदिक, यूनानी कॉलेजों के शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मियों का डाटा आधार से सत्यापित किया जाएगा। सेंट्रल कॉउंसिल आफ इंडियन मेडिसिन के अलावा आयुष मंत्रालय उपस्थिति को नियमित मॉनिटर करेगा। कॉलेज में कार्य करने वाले शिक्षक, नान टीचिंग स्टाफ, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ एवं पीजी छात्र ‘एजीबीएस’ में पंजीकृत रहेंगें। यह एक मोबाइल एप है जो एंड्रॉयड मोबाइल में इंस्टाल होगा। पंजीकरण के समय इन कॉलेजों के प्राचार्य तीन एंड्रॉयड मोबाइल का एप होना सुनिश्चित करेंगे। स्टाफ की समय पर उपस्थिति को संस्था के प्रधान सुनिश्चित करेंगे। मोबाइल एप पर रजिस्ट्रेशन के समय फैकल्टी डाटा के साथ आधार नंबर लिंक करना अनिवार्य होगा। जानकार मानते हैं कि यह आयुष की गिरती शिक्षा प्रणाली को सुधारने की दिशा में उठाया गया कदम है। देखना होगा कि यह सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहता है या सही ढंग से क्रियान्वित भी हो पाता है।