हवा में घुलता फैक्ट्रियों का जहर 

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जब कोई खतरनाक रसायन लोहे को गला सकता है तो वो इन्सानी जिन्दगी के लिए कितना खतरनाक हो सकता है ये अंदाजा आप सहज ही लगा सकते हैं। यही नहीं लोगों ने अब इस खतरनाक रसायन गैस के कारण आभूषण पहनना बंद कर दिया है, क्योकि इसके कारण मंहगे और चमकदार आभूषण भी गल जाते हैं। जी हां, ये कोई चमत्कार नहीं बल्कि फैक्ट्री से निकलने वाली खतरनाक गैस है जिसने काशीपुर क्षेत्र की जनता को परेशान कर रखा है। आईजीएल कैमिकल फैक्ट्री से निकलने वाली खतरनाक गैस और गंदे पानी के कारण इन सारी समस्याओं से क्षेत्र के लोग परेशान हैं.,मगर उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
काशीपुर से पांच किलोमीटर की दूरी पर बने आईजीएल प्लांट में बनने वाले कैमिकल के दुषित धुंए और गंदे पानी के कारण आस पास क्षेत्र के लोग परेशान है, फैक्ट्री से सटे लोगों की जिन्दगी यहां बद से बत्तर हो चुकि है। लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं है, आईजीएल से निकलने वाले दुषित धुंए से लोगों को तमाम तरह की बिमारियां तक हो रही है वहीं फैक्ट्री के धुंए के कारण लोहे जैसी मजबूत धातू तक पिघल रहा है, जिससे लोगों ने घरों के बाहर लोहा रखना तक बंद कर दिया है, यही नहीं लोगों ने सोने चांदी के कीमती आभूशण पहनना बंद कर दिया है यही नहीं लोहे की खिडकी, एसी, बाईक, डिशटीवी की छतरी तक हानिकारक गैस से पिघलने लगते हैं जाहिर है कि खतरनाक गैस के कारण ही ये परेशानी हो रही है।
वहीं स्थानीय लोगों ने कई बार इस बात कि शिकायत प्रदूषण नियंत्रम विभाग के अधिकारियों सहित कई उच्च अधिकारियों तक की मगर नतीजा सिफर ही रहा। ऊंची रसूक वाले आईजीएल प्रबन्धन के आगे लोगों की शिकायते बोनी नजर आयी और कई सालों से लोग जहर की हवा में सांस लेने को मजबूर हैं।वहीं प्रदूषण नियंत्रण विभाग के लिए सब कुछ ठीक है।खुली हवा में स्वच्छ हवा लेना यहां के लोगों के लिए सपने जैसा है, क्योकि यहां हवा में बहता घुलता जहर लोगों की जिन्दगी बर्वाद कर रहा है ,वहीं अधिकारियों द्वारा कभी कार्यवाही ना करना भी विभाग की कार्यशैली पर कई सवाल खडे करता है।