उत्तराखंड की आकांक्षा रावत ने हिंदी धारावाहिको में एक अलग मुकाम हासिल किया

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आकांक्षा रावत” उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल की हैं और व्यास घाट के पास इनके गाँव का नाम है केन्दुल गाँव । इनका जन्म गाँव में हुआ है लेकिन काम के सिलसिले में इनका परिवार बाद में दिल्ली चला गया । आकांक्षा रावत, दिल्ली में बचपन बीता और इन्होने स्कूल के समय से ही, मॉडलिंग और कई शोज किये। स्कूल के बाद वो मुंबई चली गयी और सेंट जेवियर कालेज से एडवरटाइजिंग एंड मार्केटंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया ।

कुछ साल इवेंट मैनेजमेंट में जॉब करने के बाद उन्हें लगा की वो जॉब के लिए नहीं बनी हैं और उन्हें एक्टिंग एवं मॉडलिंग में ही कुछ करना है, और फिर सफर हुआ जहां उन्हें पहला ब्रेक मिला सहारा वन के प्रसिद्ध शो “सोलह श्रृंगार” में जंहा उन्हें शो के मुख्य भूमिका में देखा गया | उसके बाद सोनी टीवी के पालमपुर एक्सप्रेस और बाकि धारावाहिकों में भी वो नज़र आयी|

आजकल आकांक्षा रावत स्टार भारत पर राधाकृष्ण धारावाहिक में अपने किरदार कृतिदा से काफी चर्चित हैं। राधाकृष्ण के अलावा एन्ड टीवी के नए धारावाहिक “कहत हनुमान – जय श्री राम” में उन्हें देवी पार्वती का किरदार मिला है।

शो में भगवान् शिव एवं पार्वती, भगवान हनुमान की पूरी कहानी बता रहे हैं और इस तरह से जन्म से लेकर भगवान हनुमान की पूरी कहानी को इसमें दिखाया जायगा। आकांक्षा रावत एक के बाद एक मिल रहे इस तरह के किरदारों को ईश्वर का आशीर्वाद मानती हैं। आकांक्षा का कहना है कि देवी पार्वती के किरदार को स्क्रीन पर निभाना अपने आप में एक अलग अनुभूति है।

आकांक्षा सोलह सिंगार और पालमपुर एक्सप्रेस से पहले दक्षिण के कई फिल्म प्रोजेक्ट में लीड भूमिका में नज़र आयी लेकिन पढाई के चलते दक्षिण में काम को जारी नहीं रख पायी। सोलह श्रृंगार और पालमपुर एक्सप्रेस उस समय का बहुत ही प्रसिद्ध धारावाहिक रहें।

उनकी माँ का सपना था की वो टीवी पर दुबारा आएं और इसी वजह से उन्होंने छोटे पर्दे पर वापसी की है, हालांकि आज उनकी माँ उनके इन छोटे पर्दो के किरदारों को देखने के लिए इस दुनिया में नहीं है लेकिन आकांक्षा के अनुसार उनकी माँ एक ऊर्जा एक शक्ति के रूप में हमेशा उनके साथ हैं ।

किसान परिवार से रिश्ता होने के कारण इन्होने अपने पिताजी से पहाड़ को काफी नज़दीक से जाना और इसलिए आकांक्षा को पहाड़ों से और अपने गाँव से बहुत प्यार है, उन्हें जब भी समय मिलता है अपने गाँव जरूर जाती हैं । भविष्य में उनका विचार अपने पहाड़-अपने गाँव में बसना है और अपने पहाड़ और गाँव के लिए कुछ करने का है। उन्हें दुःख है की धीरे धीरे हमारे पहाड़ खाली हो रहे हैं जिसके लिए वो चिंतीत हैं।

उनका सभी को यही सन्देश है कि जीवन में अगर आपको कुछ बनना है तो उस लक्ष्य पर एकाग्र होकर जुट जाओ और अच्छे -बुरे लोगो को समझने में हमेशा सावधानी बरतो|

आप भी जरूर देखिये आकांक्षा रावत का नया शो “कहत हनुमान – जय श्री राम” हर सोमवार से शुक्रवार , एन्ड टीवी पर रात साढ़े नौ बजे ।