नई दिल्ली, संसद भवन में आयोजित सर्वदलीय बैठक में शनिवार को 3 सूत्रीय प्रस्ताव पारित कर गुरुवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की।
बैठक में सभी दलों ने मिलकर एक 3 सू्त्रीय प्रस्ताव पारित किया । प्रस्ताव में कहा गया कि सभी दलों ने हर तरह के आतंकवाद की और उसे सीमा पार से मिल रहे समर्थन की निंदा की है। इसमें आगे कहा गया है कि भारत पिछले तीन दशक से आतंकवाद की त्रासदी झेल रहा है। इस आतंकवाद को सीमा पार की ताकतें समर्थन दे रही हैं। भारत ने हमेशा दृढ़ता और संयम के साथ इस चुनौती का सामना किया है। पूरा देश मिलकर एक आवाज में इस चुनौती से लड़ने के लिए तैयार है। आज हम भारत की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने के लिए लड़ रहे जवानों के प्रति एकजुटता दर्शाते हैं।
बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आज सारा देश दुख के माहौल में है। हमने गृहमंत्री से अनुरोध किया है कि वह प्रधानमंत्री की ओर से सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टी के अध्यक्षों की एक बैठक बुलाएं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद युद्ध काल को छोड़कर इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान शहीद नहीं हुए हैं। हम सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस के साथ दृढ़ता से खड़े हैं।
उल्लेखनीय है कि पुलवामा हमले के बाद से भारत पाकिस्तान को विश्व पटल पर अलग-थलग करने का प्रयास कर रहा है। गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 48 जवान शहीद हुए थे।