अमरनाथ यात्रा रोकी गई, श्रद्धालुओं और पर्यटकों को घाटी छोड़ने की सलाह

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नई दिल्ली, जम्मू-कश्मीर में शासन ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा-2019 को समय से एक पखवाड़ा पहले स्थगित कर दिया और यात्रियों को तत्काल वापस जाने के लिए कहा है। इस आशय की एक एडवाइजरी जारी की गई है।
दरअसल, तीर्थयात्रा को अपने निर्धारित समय से पहले प्रतिबंधित करने के पीछे आतंकी खतरों के खुफिया इनपुट का हवाला दिया गया है। सुरक्षा बलों को अमरनाथ यात्रा के रूट पर सर्च ऑपरेशन के दौरान स्नाइपर राइफल मिली हैं, जिसके बाद यात्रा रोकने का फैसला किया गया।
प्रमुख सचिव (गृह) शालीन काबरा द्वारा शुक्रवार को जारी एक आदेश में राज्य में पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे, “घाटी में अपने प्रवास पर तुरंत अंकुश लगाएं और जल्द से जल्द लौटने के लिए आवश्यक उपाय करें।
सरकारी सूत्रों के अनुसार यात्रा के लिए सुरक्षा खतरा “काफी अधिक” है और व्यापक तैयारियों और बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के बावजूद यात्रा को “सावधानीपूर्वक विचार” के बाद बंद किया जा रहा है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष यात्रा शुरू होने के एक महीने के भीतर लगभग 3.40 लाख यात्री पहले ही पवित्र गुफा का दर्शन कर चुके हैं।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य में पर्यटकों के लिए अचानक यात्रा खत्म किए जाने संबंधी एडवाइजरी जारी किए जाने पर ट्वीट कर नाराजगी और चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि सीरियसली? आपने सोचा है कि एक सरकारी आदेश से पर्यटक जल्दी से घाटी छोड़कर भागने लगेंगे? कितने पर्यटक इस आदेश को देखकर भागने लगेंगे? लोगों के भागने से एयरपोर्ट और हाइवे पर जाम लग जाएगा?
इससे पहले चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन और जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को श्रीनगर में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने कहा कि पिछले तीन से चार दिनों में सेना को पाकिस्तान के आतंकवादियों की विशेष रिपोर्ट मिली है, जो अमरनाथ यात्रा पर हमले की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के पास यह विश्वास करने के कारण हैं कि पाकिस्तान और उसकी सेना कश्मीर में आतंकवाद में शामिल हैं और घाटी में शांति को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि अमरनाथ यात्रा के रूट पर स्नाइपर राइफल मिली हैं। ये एक एम-24 स्नाइपर राइफल है जो कि एक टेलीस्कोप के साथ बरामद की गई हैं। सुरक्षाबलों ने सर्च के दौरान आईईडी बरामद की हैं, जिनकी जांच की जा रही है। हालांकि, सीमा पर स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। कश्मीर के अवाम को हम भरोसा दिलाते हैं कि सूबे में शांति बरकरार रहेगी।
श्रद्धालुओं का ऑन स्पॉट पंजीकरण बंद
सरकारी सलाह के बाद जम्मू में तीर्थयात्रियों के ऑन-स्पॉट पंजीकरण को रोक दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हालांकि हमें इस संबंध में कोई औपचारिक आदेश नहीं मिला है, लेकिन हमने अमरनाथ यात्रियों के पंजीकरण पर रोक लगा दी है।” एक अधिकारी ने यह इंगित करते हुए कि आमतौर पर रोजाना 1000-1200 तीर्थयात्रियों के पंजीकरण किए जाते हैं। हालांकि खराब मौसम के मद्देनजर अमरनाथ यात्रा पहले ही चार अगस्त तक निलंबित कर दी गई थी। अब सरकार की ओर से आतंकी खतरों के बारे में खुफिया सूचनाओं के बाद ताजा एडवाइजरी के मद्देनजर हम यहां कैंप करने वाले यात्रियों से कहेंगे कि वे जल्द से जल्द लौट जाएं, ताकि यात्रा लगभग खत्म हो जाए। उल्लेखनीय है कि यह यात्रा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 15 अगस्त (रक्षा बंधन) को संपन्न होनी थी।
एयरपोर्ट अथॉरिटी की बैठक
जम्मू-कश्मीर में जारी की गई उपरोक्त एडवाइजरी के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों की श्रीनगर एयरपोर्ट पर बैठक बुलाई गई। इसमें हालात की समीक्षा की जाएगी। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक यह बैठक जारी थी।