रामनगर वन क्षेत्र में एक व्यस्क बाघ की लाश मिलने से हड़कंप मच गया है। रामनगर वन विभाग में वन अधिकारियों की एक टीम को बाघ की लाश मिली। अधिकारियों के मुताबिक शव एक पेड़ से लटका पाया गया था, औऱ शव के अंदर एक टहनी भी घुसी पाई गई। वन कर्मचारियों ने कहा कि यह संभवतः एक आकस्मिक मृत्यु है और शिकारी की कोई भूमिका नहीं लग रही।
उत्तराखंड में पिछले साल कुल 15 बाघों की मौत हुई, जिनमें से सात कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के थे। रामनगर डिवीजन के डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफीसर (डीएफओ) नेहा वर्मा ने कहा, “सोमवार की शाम को यह शव देखा गया था। बाघ के विषाणु और पेट के हिस्सों को विश्व वन्यजीव संस्थान, देहरादून और भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली टेस्ट के लिये भेज दिया गया है।”
डीएफओ ने कहा कि बाघ के शरीर के अंग, दांतों और आंखों सहित, बरकरार थे, जिससे शिकारी की भूमिका से इंकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “शव मिलने की जगह के आस पास लड़ाई के निशान दिखे हैं जिससे यह दो बाघों में हुे संघर्ष का मामला भी हो सकता है।” पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों की एक टीम द्वारा किया गया और इसकी रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। डॉक्टरों ने कहा कि बाघ स्वस्थ था, बिना किसी बीमारी या संक्रमण या किसी कमजोरी का कोई लक्षण नहीं दिखा।