देहरादून। अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि जन सामान्य के लिए बनाए गए फुटपाथों, गलियों, सड़कों एवं अन्य स्थलों पर किए गये अनधिकृत निर्माणों एवं अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किए जाने की कार्यवाही के दौरान सोमवार को 364 कार्मिकों द्वारा 44 अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किया गया है। 1093 कार्मिकों द्वारा 305 अतिक्रमणों का चिन्ह्किरण एवं 78 कार्मिकों द्वारा 01 भवन के सीलिंग का कार्य किया गया है। श्री ओमप्रकाश ने बताया कि आवासीय भवन में अवैध रूप से संचालित हो रहे पदमावती नर्सिंग होम को सीज किया गया है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किए जाने की कार्यवाही सबसे पहले शहर की मुख्य सड़कों में सम्पादित की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके बाद अवैध अतिक्रमणों को हटाये जाने की कार्यवाही शहर की गलियों व फुटपाथों में की जायेगी। इसके बाद रिस्पना नदी के किनारे अनधिकृत रूप से किये गये अतिक्रमणों को ध्वस्त किये जाने की कार्यवाही सम्पादित की जायेगी। उन्होंने कहा कि शहर में अवैध अतिक्रमणों की संख्या अधिक है। कोशिश की जायेगी कि मा.उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार निर्धारित समय अवधि में अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किये जाने की कार्यवाही पूरी हो सके। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किए जाने की कार्यवाही जोगीवाला चैक सहित उसके आस-पास के क्षेत्रों, नगर निगम की सीमा के अन्तर्गत रायपुर व सहस्त्रधारा मुख्य मार्ग में समयबद्ध व चरणबद्ध तरीके से सम्पादित की जायेगी। उन्होंने कहा कि डालनवाला व पलटन बाजार की गलियों में जो अवैध अतिक्रमण है, उन्हें भी ध्वस्त किये जाने की कार्यवाही सम्पादित की जायेगी। श्री ओमप्रकाश ने कहा कि अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किये जाने की कार्यवाही के दौरान यदि अतिरिक्त कार्मिकों की आवश्यता पडती है, तो मुख्य सचिव से दूसरे जनपदों से कार्मिकों की मांग के लिये अनुरोध किया जाएगा।
धर्मपुर और इनामुल्ला बिल्डिंग में चले हथौड़े
सोमवार को अतिक्रमण हटाने के अभियान के तहत टास्क फोर्स ने गांधी रोड व धर्मपुर बाजार से अतिक्रमण हटाया। अधिकतर स्थानों पर व्यापारियों ने खुद ही अतिक्रमण तोड़ दिए हैं। हालांकि इसके बावजूद टास्क फोर्स की धीमी गति से कार्रवाई पर सवाल भी उठने लगे हैं। इनामुल्ला बिल्डिंग में केवल फुटपाथ पर बने थड़े व शटर के बाहर लगे बोर्ड आदि हटाए गए। वहीं धर्मपुर सब्जी मंडी के आसपास लोगों ने खुद ही अवैध निमार्ण तोड़ना शुरू कर दिया था व टास्क फोर्स से चार तारीख तक का समय मांगा। कुछ इलाकों में आज चिन्हीकरण की कार्रवाई भी जारी रही।
गांधी रोड पर सुबह दस बजे से ही टीम प्रिंस चौक के निकट जुटना शुरू हो गई थी। यहां एसडीएम प्रत्यूष सिंह के नेतृत्व में टास्क फोर्स की टीम ने राजा रोड से दर्शनलाल चौक की ओर गांधी रोड पर अतिक्रमण हटाना शुरू किया। यहां अधिकतर स्थानों पर केवल फुटपाथ पर बने थड़े ही तोड़े गए। गांधी रोड पर पहले से ही फुटपाथ व नाली बनाने का कार्य चल रहा है और कुछ माह पूर्व यहां से अतिक्रमण हटाया गया था। तहसील चौके के बाद टीम वापस प्रिंस चौक की ओर गई। यहां भी केवल दुकानों पर लगे बोर्ड व टिनशेड आदि हटाए गए और फुटपाथ खाली करवाया गया। यहां टीम ने खास तौर पर गैस कटर आदि का भी इंतजाम किया हुआ था। गांधी रोड में अतिक्रमण हटाने के दौरान सीओ डालनवाला जया बलूनी व सीओ यातायात राकेश देवली के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। हरिद्वार रोड पर धर्मपुर में सब्जी मंडी से आराघर तक सोमवार को अतिक्रमण हटाया गया। इस दौरान यहां लोगों ने पक्के अवैध निर्माण खुद ही तोड़ने शुरू कर दिए थे। यहां व्यापारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट मनोज गोयल ने चार जुलाई तक खुद ही अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया। टास्क फोर्स ने सभी को जल्द से जल्द अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। वहीं कुछ इलाकों में चिन्हीकरण की कार्रवाई जारी रही। मंगलवार से कुछ और क्षेत्रों में भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की जा सकती है।
अस्थायी अतिक्रमण का क्या होगा…
हाईकोर्ट के आदेश के बाद शहर भर से अतक्रमण हटाने का काम चल रहा है। पहले चरण में सहारनपुर रोड व हरिद्वार रोड पर अवैघ निर्माण तोड़ने का कार्य चल रहा है। इसके लिए टास्क फोर्स का गठन कर शहर को चार जोन में बांटा गया है। इस कार्रवाई का एक ओर जहां सभी शहर वासी स्वागत कर रहे है वहीं एक सवाल भी उठ रहा है। पक्के निर्माण तोड़कर क्या प्रशासन अस्थायी अतिक्रमण पर लगाम कस सकेगा। क्योकि शहर में फुटपाथ से लेकर सड़क घेरकर अतिक्रमण ने आमजन का पैदल चलना तक दूभर कर दिया है। इन्हें हटाने को लेकर प्रशासन, एमडीडीए व नगर निगम की ओर से कई बार अभियान चलाए गए लेकिन यह जस का तस रहा। अभियान खत्म कर टीम अपने कार्यालय भी नहीं पहुंचती यह व्यापारी पुन: फुटपाथ घेर कर दुकानें सजा लेते हैं।