हरिद्वार, पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली की अस्थियां वैदिक विधि के अनुसार सोमवार को हरकी पैड़ी स्थित ब्रह्म कुंड घाट से गंगा में विसर्जित की गईं। तीर्थ पुरोहित देवेंद्र काकड़ ने अस्थि विसर्जन से संबंधित कर्मकांड कराया। अस्थित विसर्जन के लिए दिवंगत जटेली के बेटे रोहन जेटली परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दोपहर बाद अस्थियां लेकर हरिद्वार पहुंचे।
अस्थि विसर्जन के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और बाबा रामदेव, शहरी विकास मंत्री, स्थानीय विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष डा. जयपाल, महामंत्री विकास तिवारी, संजय सहगल, पूर्व राज्य मंत्री संजय सहगल समेत बीजेपी के कई सांसद और बड़े नेता भी मौजूद रहे।
अरुण जेटली बीते लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बीती 9 अगस्त को उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां 24 अगस्त को उनका निधन हो गया था। रविवार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ जेटली का अंतिम संस्कार किया गया था। अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने उन्हें मुखाग्नि दी थी।