देहरादून। नेशनल एसोसिएशन फॉर पेरेंट्स स्टूडेंट्स राइट की अगुवाई में दून के विभिन्न संगठनों ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय से मुलाकात की। निजी शिक्षण संस्थाओं द्वारा अभिभावकों व छात्रों के आर्थिक व मानसिक उत्पीडऩ के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। शिक्षा मंत्री द्वारा उठाए गए कदमों का पुरजोर समर्थन करते हुए इन्हें नाकाफी बताया। अभिभावकों और छात्रों का शोषण कर रहे स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इस दौरान शिक्षा मंत्री को ‘अभिभावक हितैषी सम्मान से सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व एक आम सभा आयोजित की गई। सभा में संयुक्त नागरिक संगठन, उत्तराखंड अगेंस्ट करप्शन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, दून सिख वेलफेयर एसोसिएशन, उत्तराखंड राजकीय सेवानिवृत पेंशनर्स संगठन सहित कई अन्य ने भाग लिया। इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की गई। सभा की अध्यक्षता उपभोक्ता समिति के अध्यक्ष ब्रिगेडियर (सेनि) केजी बहल ने की। संगठनों ने कुछ स्कूलों की ओर से शिक्षा को व्यवसाय बनाए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। साथ ही ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की भी मांग की। वक्ताओं ने निजी स्कूलों के खिलाफ आवाज उठाने वाले अभिभावकों को प्रताडि़त किए जाने का मामला भी उठाया। इस पर दोषियों को सजा देने की मांग उठाई गई। वक्ताओं ने मांग की है कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों पर अधिक बल दिया जाए। सभा में अंजना उनियाल, विनीता चौहान, आरिफ खान, दीपिका नौडियाल, पीडी गुप्ता, मंजू जैन, नवीना लिंगवाल, बबीता रावत, यशवीर आर्य, हाजी सलीम अहमद, अशेाक कुमार, रजनी नेगी, सुशील त्यागी, पूरन डबोला, विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।