प्रदेश में शुरू हुई अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना

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देहरादून। मंगलवार का दिन प्रदेश की जनता के लिए मंगलकारी बन कर आया। उत्तराखण्ड राज्य के निर्माता भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म दिन पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ‘अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना’ का शुभारम्भ किया। इस योजना के लागू होने से उत्तराखंड पहला राज्य है, जहां सभी प्रदेश वासियों को निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जा रही है। उत्तराखंड राज्य के प्रणेता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म दिवस पर शुरू की जा रही यह योजना स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित होगी। शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित किए। उनकी उपस्थिति में योजना के तहत चिह्नित विभिन्न अस्पतालों के साथ एमओयू का आदान-प्रदान भी किया गया। मुख्यमंत्री ने योजना के तहत जल्द ही बच्चों व बुजुर्गों के लिए निशुल्क ओपीडी की भी सुविधा देने व 26 जनवरी से राज्य में पूरी तरह से समर्पित एयर-एम्बुलेंस शुरू करने की घोषणा की।
मंगलवार को देहरादून के बन्नू स्कूल में आयेाजित कार्यक्रम में सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत अपना पंजीकरण कराने व गोल्डन कार्ड बनाने के लिए काउंटरों पर लोग लाईनों में खड़े हो गए। बिना किसी परेशानी के अपने पंजीकरण व गोल्डन कार्ड बनते देखकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था। उनका उत्साह देखते ही बनता था। मुख्यमंत्री ने योजना के शुभारम्भ की घोषणा की। उन्होंने अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना की वेबसाईट व ऐप का औपचारिक शुभारम्भ किया। हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन बहुत बड़ा है। आज परम श्रद्धेय अटल जी का जन्म दिवस है और मंगलवार का दिन भी है। ऐसे मंगलकारी दिन को मंगलकारी योजना का शुभारम्भ किया गया है। हमारे शास्त्रों में ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया’ कहा गया है। राज्य सरकार भी इसी भावना पर काम कर रही है। उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में हम तकनीक का उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं। हमने टेली रेडियोलॉजी, टेली मेडिसिन की सुविधा अनेक दूरस्थ चिकित्सा केंद्रों में प्रारम्भ की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना प्रारम्भ की। उसी प्रेरणा से हमने सोचा कि ऐसी क्या योजना शुरू की जाए कि सभी प्रदेशवासियों को निशुल्क ईलाज की सुविधा दे सकें। कोई भी व्यक्ति धन के अभाव में ईलाज से वंचित न रहे। इसीलिए हमने ‘अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना’ में राज्य के सभी परिवारों को कवर किया है और इसमें कैशलैस ईलाज का प्रबंध किया है। इन्श्योरेंस में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए योजना को ट्रस्ट मोड में संचालित कर रहे हैं। योजना को बहुत ही सरल बनाने की कोशिश की गई है। सच्चा सुख निरोगी काया। हमारी कोशिश है कि प्रदेशवासियों का अच्छा स्वास्थ्य रहे। गम्भीर बीमारी में लोगों को काफी धन खर्च करना पड़ता है। यहां तक कि बहुत से लोग अपने घर, सम्पत्ति, गहने भी गिरवी रख देते हैं। परंतु अब इस कैशलैस योजना से लोगों को बहुत सहूलियत मिलेगी। बिना पैसे के भी ईलाज सम्भव होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 लाख परिवार इससे लाभान्वित होंगे। 99 सरकारी व 66 प्राईवेट चिकित्सा संस्थान इसमें चयनित हैं। 1350 गम्भीर बिमारियों का इसमें ईलाज हो सकेगा। सरकारी अस्पतालों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा देने के लिए निजी अस्पताल भी आगे आएंगे। योजना के तहत जल्द ही बच्चों व बुजुर्गों के लिए निशुल्क ओपीडी की भी सुविधा दी जाएगी। 26 जनवरी से राज्य में पूरी तरह से समर्पित एयर-एम्बुलेंस शुरू की जाएगी। अभी भी हम आवश्यकता होने पर गम्भीर रोगियों के लिए हेलीकाप्टर उपलब्ध करवाते हैं। परंतु एयर एम्बुलेंस पूरी तरह से इसी काम के लिए समर्पित होगी। मान्यता प्राप्त पत्रकारों को अटल उत्तराखण्ड आयुष्मान योजना के तहत सरकारी कर्मचारियों की भांति ही सुविधा दी जाएगी।
सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने मुख्यमंत्री को योजना के लिए बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन प्रदेश के इतिहास में गौरवशाली दिन के तौर पर याद किया जाएगा। प्रधानमंत्री सशक्त भारत को पूरी दुनिया मे आगे ले जा रहे हैं। उत्तराखण्ड भी न्यू इंडिया में अपनी भागीदारी निभाने के लिए लगातार आगे बढ़ रहा है। सांसद श्रीमती माला राजलक्ष्मी शाह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय भट्ट ने योजना के शुभारम्भ के लिए मुख्यमंत्री व राज्य सरकार को बधाई दी। उन्होंने अटल जी से जुड़े अनेक संस्मरणों का भी उल्लेख किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक विनोद चमोली ने की। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक हरबंश कपूर, गणेश जोशी, कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन, सहदेव सिंह पुण्डीर, खजान दास, उमेश शर्मा काऊ, महेंद्र भट्ट, मुन्नी देवी शाह, देहरादून नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, राज्य स्वास्थ्य अभिकरण के अध्यक्ष दिलीप कुमार कोटिया, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव नितेश कुमार झा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी व गणमान्य मौजूद थे।

क्या है योजना
भारत की आर्थिक सामाजिक एवं जातीय जनगणना 2011 में चयनित लभग 10 करोड परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना प्रारम्भ की गयी। इस जनकल्याणकारी योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड के लगभग 5.37 लाख परिवारों को चिन्ह्ति किया गया जिन्हें प्रतिपरिवार पांच लाख रूपये तक प्रतिवर्श की निःशुल्क चिकित्सा सुविधा एवं उपचार देने का कार्य प्रारम्भ हो गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर आयुष्मान भारत योजना के दायरे को बढाते हुये उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना प्रारम्भ की गई है। जिसमें उत्तराखंड के सभी परिवारों को प्रतिवर्ष पांच लाख रूपये तक की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। इस प्रकार उत्तराखण्ड राज्य में लगभग 23 लाख निवासरत परिवारों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी। यह सुविधा राज्य के सरकारी चिकित्सालयों एवं सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में दी जायेगी। आपात स्थिति में सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में उपचार के लिये सीधे भर्ती होने पर यह सुविधा मिलेगी, लेकिन अन्य मामलों में सरकारी चिकित्सालय से रेफर करने के आधार पर निजी चिकित्सालयों से उपचार होगा। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के सूचारू रूप से संचालन के लिए सरकार द्वारा सभी सरकारी चिकित्सालयों के साथ-साथ निजी चिकित्सालयों को सूचीबद्ध करने का कार्य किया जा रहा है तथा सरकार का प्रयास है कि विभिन्न प्रकार की विशेषज्ञताओं के अनुसार चिकित्सालयों को सूचीबद्ध कर लिया जाए। इस योजना को सरल एवं सहज बनाने के लिये टोल फ्री हेल्प लाईन 104, मोबाईल एप (अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) एवं वेब साईट http//ayushmanuttarakhand.org पर जन सामान्य लाभार्थियो की शिकायत, सुझाव आदि प्राप्त किए जा रहे है। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है।
योजना की प्रमुख विशेषताएं
• उत्तराखण्ड राज्य के समस्त परिवारों को बीमार होने पर चिकित्सालय में भर्ती होने की दशा में इस योजना का लाभ मिलेगा।
• चिकित्सा उपचार की सुविधा के लिये सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों का चिह्नित किया गया है।
• पात्र लाभार्थी परिवारों के सभी उम्र के सभी सदस्य इस योजना के अन्तर्गत लाभ ले सकते है।
• लाभार्थी परिवार अपनी एवं परिवार के सदस्यों का विवरण मोबाईल ऐप-(अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना) के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।
• ऐसे परिवार जो योजना में चिन्ह्ति नहीं है का पंजीकरण मोबाइल ऐप (अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) एवं वेबसाइट http//ayushmanuttarakhand.org के माध्यम से किया जाएगा।
• उपचार के समय आपके पास कोई एक फोटो पहचान पत्र अवश्य होना चाहिए।
• योजना में चयनित परिवारों को उनके डाटा बेस के अनुसार प्रमाणित कर एवं सम्बन्धित के फोटो पहचान पत्र के अनुसार उपचार मिलेगा।
• योजना में कुल 1350 (तेरह सौ पचास) प्रकार के रोग अवस्थाओं से संबन्धित पैकेजों का चयन किया गया है।
• हृदय रोग संबंधित कुल 130 पैकेज, नेत्र रोग संबन्धित 42 पैकेज, नाक कान गला रोग संबंधित 94 पैकेज, हडडी रोग सम्बन्धित 114 पैकेज, मूत्र रोग सम्बन्धित 161 पैकेज, महिला रोग सम्बन्धित 73 पैकेज, शल्य रोग सम्बन्धित 253 पैकेज, न्यूरो सर्जरी, न्यूरो रेडियोलोजी एवं फ्लास्टिक सर्जरी, बर्न रोग सम्बन्धित 115 पैकेज, दन्त रोग सम्बन्धित 9 पैकेज, बाल रोग सम्बन्धित 156 पैकेज, मेडिकल रोग सम्बन्धित 70 पैकेज, कैन्सर रोग सम्बन्धित 112 पैकेज एवं अन्य 21 पैकेजों का चयन किया गया है।
• मरीजो की सहायता के लिये सूचीबद्ध चिकित्सालयों में आरोग्य मित्र तैनात रहेंगे। जिनके द्वारा भर्ती मरीजो को सहयोगध्मार्गदर्शन में मदद मिलेगी। सूचीबद्ध चिकित्सालयो में तैनात आरोग्य मित्र का मोबाईल नम्बर चिकित्सालय के हेल्प डेस्क पर उपलब्ध रहेगा।