आखिरकार औली की मुराद बुधवार को पूरी हुई। भारी बर्फबारी से लोग खुश नजर आए। यहां अब तक करीब एक फीट से अधिक बर्फ गिर चुकी है। पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। काफी इंतजार के बाद विश्व विख्यात हिमक्रीड़ा केंद्र औली की वादियां बर्फ से लकदक हो गईं। 25 दिसम्बर से औली में ठहरे पर्यटकों को बर्फ के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
बदरीनाथ धाम में करीब ढाई फीट तक बर्फ की मोटी चादर बिछ गई है। हेमकुंड साहिब-लोकपाल, फूलों की घाटी, उर्गम घाटी, चिनाप घाटी थैंग और नीती-माणा घाटी में भी बर्फ गिर रही है। ऊंटी चोटियों में भारी हिमपात के कारण निचले इलाकों में तेज ठंड शुरू हो गई है। निचले इलाकों में रात से तेज बरसात भी हो रही है। लोग घरों में दुबके हुए हैं।
औली में जीएमवीएन पार्किंग में पर्यटकों के वाहन बर्फ से ढक गए हैं। रोप-वे से भी पर्यटक औली पंहुच रहे हैं।ताजे हिमपात से स्थानीय पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल गए हैं।
चमोली जिले में बर्फ, बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
चमोली जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश से जनजीवन अस्त -व्यस्त हो गया है। जिले के ऊचांई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी से ग्रामीण क्षेत्रों में दिक्कतें बढ गई हैं। निचले इलकों में बुधवार सुबह से हुई बारिश से तापमान गिरने से ठिठुरन बढ़ गई है।
जिले के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी के चलते विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। गोपेश्वर में भी बुधवार को आधे दिन विद्युत आपूर्ति ठप रही। दोपहर बाद भी अनियमित विद्युत आपूर्ति से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बदरीनाथ धाम में करीब आठ फीट बर्फ जम गई है। बदरीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से आगे बर्फ जमने से बाधित हो गया है। औली में भी बर्फबारी हुई है।