उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद द्वारा शीतकालीन खेलों की राजधानी औली में 04 फरवरी से 09 फरवरी के बीच पहली बार शीतकालीन पैरा गेम्स प्रशिक्षण कैम्प लगाया जायेगा। कैम्प में देशभर के लगभग 80 पैरा एथलीट्स को आदित्य मेहता फाउन्डेशन, आईटीबीपी और बीएसएफ के सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय शीतकालीन पैरा गेम्स के लिए संयुक्त रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा। इस दौरान प्रशिक्षुुओं को स्कीं, एलपाईन स्कीं, क्रास कन्ट्री स्कीं तथा पैरा स्नो बोर्डिंग आदि खेलों का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य में विश्व स्तर के पैरा एथलीटिस को तैयार करने की दशा में यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि औली में शीतकालीन खेलों के लिए आदर्श परिस्थितियां मौजूद है। आदित्य मेहता फाउन्डेशन तथा आईटीबीपी व बीएसएफ के माध्यम से दिव्यांगों को शीतकालीन खेलों में प्रशिक्षित किये जाने की पहल सराहनीय है। उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद द्वारा इसमें पूर्ण सहयोग प्रदान किया जायेगा।
पैरा स्पोटर्स को बढ़ावा देने के लिए गुरूवार को परेड ग्राउन्ड स्थित बैडमिन्टन हाॅल में रोड शो का आयोजन किया गया। एएमएफ के संस्थापक आदित्य मेहता ने बताया कि 4 से 9 फरवरी तक औली में पहला पैरा दिव्यांग विंटर गेम्स ट्रेनिंग कैंप में आगामी विंटर पैरा गेम्स में 80 दिव्यांग खिलाड़ियों की सशक्त और प्रशिक्षित टीम उतारी जायेगी जिसमें देश भर से ड्यूटी के दौरान दिव्यांगता के शिकार हुए आईटीबीपी, सीआरपीएफ और बीएसएफ के अधिकारी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि टीम को प्रशिक्षण देने के लिए विशेषज्ञ पैरा गेम टेªनर, कोच और फिजियोथैरापिस्ट तथा तकनीकी स्टाॅफ की आवश्यक व्यवस्था की गई है।