मसूरी: 19 मई हर साल मसूरी के लोगों के लिये ख़ास तारीख होती है। यह वो तारीख़ है जब सारा शहर, ख़ास और आम, मशहूर लेखक रस्किन बॉंड को उनके जन्मदिन की बधाई देने के लिये मसूरी में उनके घर पर जमा होता है।
हालाँकि इस साल यह तारीख़ अपने साथ एक अलग सा माहौल लेकर आई है। कोरोना और उसके कारण लॉकडाउन के चलते रस्किन के घर के बाहर सन्नाटा पसरा रहा। लेकिन, इस मशहूर लेखक को इसमें भी शांति और ख़ुशी का एहसास है। फ़ोन पर न्यूजपोस्ट से बात करते हुए वो कहते हैं कि, “इस साल मुझे शांत और बिना शोर शराबे के अपना जन्मदिन मनाने का मौक़ा मिला। इसके अलावा आप कुछ कर भी नहीं सकते हैं।”
लॉकडाउन के दौरान अपनी जीवनशैली के बारे में पूछने पर वो कहते हैं कि, “थोड़ा सोना, थोड़ा खाना, थोड़ा लिखना मेरा मंत्र रहा है। मुझे इससे परेशानी भी नहीं है क्योंकि मुझे घर से काम करने की आदत है, इसलिये मुझे ज़्यादा घर से बाहर जाने की इच्छा नहीं होती है।”
2003 से लेकर अब तक, 16 सालों से मसूरी के कैंब्रिज बुक स्टोर के सुरेंद्र और सुनील अरोड़ा, रस्किन और उनके चाहने वालों को अपनी दुकान पर इस ख़ास दिन मिलाने का काम करते आ रहे हैं। लेकिन आज वो निराश हैं।
कई पीढ़ियों को अपनी लेखनी से जोड़ने वाले हमारे पसंदीदा लेखक कहते हैं कि, “एक बार लॉकडाउन ख़त्म हो जाये और स्थिति सामान्य हो, तो हम मेरा जन्मदिन दो बार मनायेंगे!”
और उनके हर शब्द को मानने वाले हम पाठक, उनके इन शब्दों के भी चरितार्थ होने का इंतज़ार करेंगे।