निर्वाचन आयोग ने बुधवार की देर रात विधानसभा चुनाव के अंतिम आंकड़े जारी किए। यह आंकड़े इस बात के प्रतीक हैं कि गत चुनाव की तुलना में इस बार मत प्रतिशत गिरा है। 11 जनपदों में मत प्रतिशत में गिरावट देखी गई है।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में 67.17 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि इस बार चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार 65.37 प्रतिशत मतदान हुआ है। यही मत प्रतिशत 2017 में 54.64 था जो 2022 में 65.37 प्रतिशत पहुंचा है। यह बात अलग है कि मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में मतदान जमकर हुआ है। इस बार हरिद्वार में जनपद में सर्वाधिक मतदान हुआ जो 74.77 प्रतिशत बताया गया है। इससे पहले 73.64 का आंकलन किया गया जो बढ़ गया।
मंडल मुख्यालय पौड़ी भी इस बार बहुत कमाल नहीं दिखा पाया। पौड़ी गढ़वाल में 65.92 प्रतिशत मतदान हुआ है। प्रमुख जानकार एवं विधि वेत्ता हरवीर सिंह कुशवाह मानते हैं कि मतदान कम होना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में चुनाव आयोग ही नहीं राजनीतिक दलों को भी देखना होगा कि ऐसी स्थिति क्यों आ रही है। उनका मानना है कि चुनाव की तिथियों को भी मार्च के आसपास रखना चाहिए ताकि मौसम थोड़ा और अनुकूल हो जाए और मतदाता घर से निकलें।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार इस बार के चुनाव में पहाड़ मैदान के बीच काफी अंतर मिला है जहां सर्वाधिक मतदान हरिद्वार में हुआ और सबसे कम मतदान अल्मोड़ा में हुआ। पर्वतीय क्षेत्रों में उत्तरकाशी को अलग रखा जाए तो अन्य जनपदों में औसत से कम मतदान हुआ है। हरिद्वार की तुलना में अल्मोड़ा के मतदान का प्रतिशत 21 प्रतिशत कम है।
आंकड़े बताते हैं कि 2022 में देहरादून में 63.69 प्रतिशत, हरिद्वार में 74.77 प्रतिशत, उत्तरकाशी में 68.48 प्रतिशत, रुद्रप्रयाग में 63.16 प्रतिशत, चमोली 62.38 प्रतिशत, टिहरी में 56.34 प्रतिशत, पौड़ी में 65.924 प्रतिशत, नैनीताल में 66.35 प्रतिशत, यूएसनगर में 72. 27 प्रतिशत, चम्पावत में 62.66 प्रतिशत, बागेश्वर में 63.00 प्रतिशत, पिथौरागढ़ में 60.88 प्रतिशत, अल्मोड़ा में 53.17 प्रतिशत कुल प्रदेश का समेकित मतदान 65.37 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यही मतदान 2017 में देहरादून में 63.53 प्रतिशत, हरिद्वार में 75.68 प्रतिशत, उत्तरकाशी 69.38 प्रतिशत, रुद्रप्रयाग में 62.31 प्रतिशत, चमोली में 59.12 प्रतिशत, टिहरी में 55.68 प्रतिशत, पौड़ी, 54.86 प्रतिशत, नैनीताल में 66.88 प्रतिशत, यूएसनगर में 76.01प्रतिशत, चम्पावत में 61.43 प्रतिशत, बागेश्वर में 61.11 प्रतिशत, पिथौरागढ़ में 60.18 प्रतिशत, अल्मोड़ा में 53.07 प्रतिशत कुल 65.64 प्रतिशत रहा था।
इस बार मतदान कुछ कम हुआ है जिसके कारण सभी राजनीतिक दल अपने-अपने हिसाब से इसका आंकलन कर रहे हैं। चुनाव परिणाम के बाद ही इनका आंकलन सही साबित होगा।