पौड़ी, जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के मद्देनजर मंदिरों और भीड़-भीड़ वाले स्थानों पर होने वाली गतिविधियों पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है। इस अवधि में सिर्फ पुजारियों को ही मंदिर में पूजा-अर्चना की अनुमति होगी। इसके अलावा लक्ष्मण झूला क्षेत्र में भी गंगा आरती और योग आदि की गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा।
यह जानकारी जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने मंगलवार को दी। उन्होंने जनपद के समस्त नगर निकाय के संबंधित अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों में पेयजल प्वांइट, नल आदि में पानी की समुचित व्यवस्था एवं सेनेटाइजर, साबुन व सफाई व्यवस्था रखने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना वायरस के कोहराम पर राज्य सरकार की एडवाइजरी के बाद जिला प्रशासन ने किसी भी तरह के वृहद आयोजनों पर रोक लगा दी है। इसके बाद त्रिवेणी घाट, परमार्थ निकेतन और शत्रुघ्न घाट पर नियमित होने वाली सांध्यकालीन गंगा आरती का स्वरूप सूक्ष्म कर दिया गया है।
परमार्थ निकेतन के प्रबंधक अनंत कुमार तिवारी ने कहा है कि गंगा आरती के दौरान घाट के सभी गेटों को बंद किया जाएगा। प्रतीकात्मक गंगा आरती में शामिल लोगों को मास्क दिए जाएंगे। सभी का सेनेटाइजर किया जाएगा।
वन्य जीव प्रतिपालक राजीव भरतरी ने कहा कि स्वर्गाश्रम शंकराचार्य नगर में स्थित महर्षि महेश योगी की 84 कुटिया सहित संरक्षित वन क्षेत्र में वन्य जीव पर्यटन संबंधी गतिविधियां 31 मार्च तक नहीं होंगी। पर्यटकों की आवाजाही भी नहीं होगी।