देहरादून, भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अजय भट्ट के सांसद बनने के बाद से ही भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की कवायद चल रही थी।आज देहरादून के प्रदेश भाजपा कार्यालय में सभी पदाधिकारियों सहित संघठन से जुड़े लोगों ने सर्वसम्मति से भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कालाढूंगी विधायक वंशीधर भगत के नाम पर सर्वसम्मति से मोहर लग गयी।भाजपा कार्यालय में आज मुख्यमंत्री सहित पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट भी मौजूद रहे।केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुन सिंह मेघवाल कि देख रेख में नामांकन प्रक्रिया की गयी जिसके बाद सर्वसम्मति से विधायक वंशीधर भगत के नाम पर मोहर लगा दी गयी।
आज भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कालाढूंगी विधायक वंशीधर भगत के नाम पर मोहर लग गयी। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अलावा पूर्व अध्यक्ष अजय भट्ट और प्रांतीय पदाधिकारी, प्रदेश परिषद सदस्य व जिला अध्यक्ष मौजूद रहे जहाँ सर्वसम्मति से नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मोहर लग गयी।
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत अब तक छह बार विधायक बन चुके हैं ।वर्ष 1975 में जनसंघ पार्टी से जुड़े। इसके बाद उन्होंने किसान संघर्ष समिति बनाकर राजनीति में प्रवेश किया। राम जन्म भूमि आंदोलन में वह 23 दिन अल्मोड़ा जेल में रहे। वर्ष 1989 में उन्होंने नैनीताल-ऊधमसिंह नगर के जिला अध्यक्ष का पद संभाला। वर्ष 1991 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में नैनीताल से विधायक बने। फिर 1993 व 1996 में तीसरी बार नैनीताल के विधायक बने। इस दौरान उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में खाद्य एंव रसद राज्यमंत्री, पर्वतीय विकास मंत्री, वन राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला। वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद वह उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री रहे। वर्ष 2007 में हल्द्वानी विधानसभा वह चौथी बार विधायक बने। उत्तराखंड सरकार में उन्हें वन और परिवहन मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2012 में परिसिमन कालाढूंगी विधानसभा से उन्होंने फिर विजय प्राप्त की। फिर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में छठीं जीत दर्ज की।
भाजपा ने नए प्रदेश अध्यक्ष पर वंशीधर के नाम पर मोहर लगाने के साथ गढ़वाल औऱ कुमाऊँ के समीकरण साधने की भी कोशिश की है साथ ही अब नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में वंशीधर भगत पर आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत से लेकर संघठन को एकजुट रखने की भी होगी। नई जिम्मेदारी मिलने पर प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर भगत ने कहा कि उनका प्रयास भाजपा को प्रदेश में मजबूत करना औऱ मुख्य रूप से पार्टी को 2022 में विधानसभा चुनाव में प्रचण्ड बहुमत से जीत दिलाने की होगी।