भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के फेसबुक पोस्ट पर चुटकी लेते हुए कहा कि पंजाब की तरह उत्तराखंड कांग्रेस भी चुनाव से पहले टूट की ओर से बढ़ने लगी है। पार्टी को राज्य की चिंता नहीं है, इसके नेता अभी से सत्ता पर बैठने के लिए आतुर दिखाई दे रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने आज जारी बयान में कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस में टूट की हलचल तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत का पत्रकारों से सफाई देने के साथ ही तीन दिन से फेसबुक पर लगातार पोस्ट लिखकर खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा न बनाने का दर्द बयां करना और उनके विरोधियों का दिल्ली दरबार में जमे रहना, कहीं न कहीं कांग्रेस में पंजाब की तरह बड़ी टूट के संकेत दे रहा है। इस बार भी राज्य की जनता ने कांग्रेस को नहीं भाजपा को ही सत्ता में बढ़ाने का मना लिया है।
सुरेश जोशी ने कहा, “पहले आपस की लड़ाई सुलटाओ फिर जनता को बरगलाओ, उत्तराखंड में कांग्रेस अब तुम से न हो पाएगा”। उन्होंने कहा कि हरीश रावत महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर मीडिया में लगातार झूठे बयान देकर उसे सच साबित करने की कोशिश में है, लेकिन देवभूमि के लोग इस बार उनके बहकावे में भी नहीं आएंगे।
कांग्रेस शासित राज्य में महंगाई अधिक उन्होंने कहा कि पहले हरीश रावत को अपने कांग्रेस शासित राज्यों में उत्तराखंड से बहुत अधिक मौजूदा तेल की कीमतों को कम करवाकर महंगाई नियंत्रण का काम करना चाहिए। वर्तमान में कांग्रेस शासित राज्यों में पेट्रोल डीजल के दामों की बात करें तो महाराष्ट्र में पेट्रोल 107 रुपये, डीजल 92.47 रुपये जबकि छत्तीसगढ़ में पेट्रोल 107 रुपये और 92.23 रुपये, राजस्थान में पेट्रोल 107 रुपये और डीजल 90.70 रुपये रुपये है। उत्तराखंड में पेट्राेल की कीमत 94 रुपये और डीजल 87.32 रुपये है।
उत्तराखंड में बेरोजगारी कम-
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बेरोजगारी दर की बात करें तो कांग्रेस शासित राजस्थान की 20.4 और पंजाब के 6.6 के मुकाबले उत्तराखण्ड में यह दर मात्र 3.4 है। हरीश रावत अपने कार्यकाल के दौरान कैमरे पर सूबे को लूटने का लाइसेन्स देते पकड़े गए थे। एक तरफ हरीश रावत उत्तराखंड की चाहत होने का नारा दे रहे हैं तो दूसरी ओर अपनी पार्टी में ही उनकी चाहत नहीं है।