मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले मंत्री के सामने भड़के विधायक

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विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राज्य में नेताओं की आपसी गुटबाजी खुलकर सामने आने लगी है। ऐसा ही एक वाकया शनिवार को मुख्यमंत्री के शिलान्यास कार्यक्रम से चंद मिनट पहले देखने को मिला। काबीना मंत्री के सामने ही विधायक अपने विरोधी नेताओं को देख भड़क उठे और औकात में रहने की नसीहत दे डाली।

देहरादून के रायपुर में डिग्री कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पहुंचने से चंद मिनट पहले स्थानीय विधायक उमेश शर्मा काऊ अपने दल के साथ पहुंचे। इस दौरान विधायक उमेश शर्मा काऊ कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत के सामने ही अपने ही जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह और उनके साथ मौजूद कुछ कार्यकर्ताओं को देख आग बबूला हो गए। इस दौरान विधायक ने कहा कि आपको किसने बुलाया है आप मेरे खिलाफ काम करते हो। उधर से तुरंत जवाब आया कि विधायक जी मार्यादा में रहो और यह आपका कार्यक्रम नहीं है।

विधायक ने मंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि ये हमें अपना विधायक मानते ही नहीं है। क्षेत्र में पोस्टर लगवाते हैं तो उसे अपने समर्थकों से फड़वा देते हैं। विधायक ने कार्यक्रम को छोड़ने तक की धमकी दे दी। इतना हीं नहीं विधायक ने कार्यकर्ताओं को औकात में रहने की धमकी तक दे डाली। इस दौरान विधायक और कार्यकर्ता जमकर बहस करते नजर आए। वीर सिंह ने कहा कि एक विधायक को यह शोभा नहीं देता कि वह अपने ही पार्टी के लोगों से धमकी भरे अंदाज में बात करें।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत और कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसएस साहनी ने विधायक और कार्यकर्ताओं को मनाया, तब जाकर मामला शांत हुआ और विधायक कार्यक्रम में शामिल हुए।

जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह का कहना है कि विधायक को मर्यादा में रहना चाहिए। वह जिस तरह से अपशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं वह बहुत ही गलत है। वह पार्टी में 15 से ज्यादा साल से काम कर रहे हैं।

रायपुर भाजपा के भीतर आपसी गुटबाजी संकट खड़ा कर सकती है। आखिर चुनावी मैदान में जाने से पहले ही एक -दूसरे पर खुले मंच से आरोप लगाना भाजपा के लिए चुनौती बन सकती है।