कांग्रेस ने कहा ”अटल जी ने बनाया मोदी जी सवारेंगें” सिर्फ चुनावी जुमला

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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 जैसे जैसे करीब आ रहा वैसे ही राज्य की सभी पाटिर्या कांग्रेस से बीजेपी और यूकेडी से सपा तक,हर कोई 16 साल पुराने राज्य को बनाने का क्रेडिट अपने नाम लेने की होड़ में है।

बीजेपी को ही देख लिजिए देहरादून शहर के हर गली हर नुक्कड़ पर अपने होर्डिंग जिनपर मोटे अक्षरों मे लिखा है अटल जी ने बनाया मोदी जी सवारेंगे।भाजपा का तकिया कलाम बनी यह पंक्ति पीएम मोदी के उत्तराखंड दौरे के बाद ज्यादा मशहूर हुआ क्योंकि पीएम मोदी ने अपने भाषण में इस लाईन का इस्तेमाल बहुत बार किया था।आलम यह है कि भाजपा की सभी टैग लाईनों में सबसे मजबूत यही बात है।बीजेपी हमेशा से यह कहती आ रही कि वर्ष 2000 में संसद में वाजपेयी जी के देखरेख में अलग राज्य बनाने का बिल पास हुआ था।

इस कड़ी में कांग्रेस खेमे से प्रदेश प्रवक्ता आर.पी रतूड़ी ने कहा भाजपा का पसंदीदा चुनावी जुमला अटल जी ने बनाया मोदी जी सवारेंगें केवल उत्तराखंड के लोगों को गुमराह करने के लिए बनाया गया है।रतूड़ी ने कहा कि रही बात अलग राज्य की तो वह नौजवानों की शहादत,महिलाओं के अपमान और हजारों लोगों के नौकरी गंवाने के बाद बना है।रतूड़ी ने कहा कि अलग राज्य सर्वदलीय सर्पोट से बना है ना कि किसी एक की वजह से और अगर सच में मोदी जी को प्रदेश संवारने की चिंता होती तो केदारनाथ आपदा के बाद वह सबसे पहले यहां आते लेकिन वह तो विदेश यात्राओं मे व्यस्त थे।रतूड़ी ने कहा कि केंद्र से राज्य को मिला ही क्या है एन.जी.टी पर रोक,ग्रीन बोनस पर रोक,और नमामि गंगा के नाम पर बजट में कोई राशि नहीं है और राज्य को संवारने के लिए भाजपा केवल चुनावी जुमले इस्तेमाल कर रही।रतूड़ी ने कहा कि भाजपा एक जुमला पार्टी है और जुमला छोड़ने के अलावा कुछ नहीं कर सकती।

उधर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने कहा कि हमने बहुत सोच समझ के यह टैग लाईन दी है,इस लाईन के पीछे उत्तराखंड राज्य बनने का इतिहास जुड़ा हुआ है।गोयल ने कहा साल 2000 में जब उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने का आंदोलन चल रहा था तब अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने सरकार की चिंता ना करते हुए संसद में इस बिल को पास किया।गोयल ने कहा कि अटल जी ने उस वक्त बिना यह सोचे कि 17 विधायक यू.पी से अलग होकर उनकी सरकार में कम हो जाऐंगे,अटल जी ने उत्तराखंड के इस बिल को संसद में आगे बढ़ाया।गोयल ने कहा कि अटल जी से पहले बहुत सी सरकारें आई लेकिन किसी ने इस प्रभावी मांग पर ध्यान नहीं दिया और अपनी सरकार से 17 विधायकों को कम करते हुए अलग राज्य के मांग को एक कामयाबी दिलाई।गोयल ने कहा कि अटल जी ने उत्तराखंड को मंत्री विशेष और उद्योगिक विशेष राज्य का दर्जा दिया जिसको कांग्रेस की सरकार ने शासन में आने के बाद खत्म कर दिया,सीएम रावत के कार्यकाल में तो राज्य का हित नहीं हुआ और कांग्रेस सरकार जिन योजनाओं का मजाक उड़ाती है शायद कांग्रेस को उन याजनाओं का मतलब ही नहीं पता,आल वेदर और ऋषिकेश पर्यटन योजना से राज्य का विकास होगा जिसे पीएम मोदी ने पास किया।गोयल ने कहा कि यूनियन बजट में 522 करोड़ रेल बजट और 120 करोड़ उत्तराखंड के लिए स्वीकृत किया गया है जिससे राज्य का ही विकास होगा तो यह सब देखने के बाद अटल जी ने जिस राज्य को बनाया था मोदी जी उसको संवार रहे है यह लाईन बिल्कुल सटीक है।

जुमलों और चुनावी प्रचार में लिप्त दोनों पार्टियों ने जनता को लुभाने के लिए हर कोशिश की है लेकिन इन जुमलों का असर कितना हो रहा यह तो आने वाले समय में पता चलेगा।