झबरेडा-दिल्ली देहरादून हाईवे मार्ग पर टिकौला गांव के समीप शीला खाले का पुल काफी खराब हालत में है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पुल की हालत को लेकर किसान नेता कई बार विभाग के अधीक्षण अभियंता से गुहार लगा लगा चुके हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग शायद किसी बड़े हादसे के इंतजार में है।
रविवार को पुल की हालत को लेकर किसान नेताओं ने पुल पर प्रदर्शन किया और लोक निर्माण विभाग अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर अगले एक सप्ताह में पुल को ठीक नहीं कराया गया तो पुल पर जाम लगाने के बाद विभागीय अधिकारियों को बंधक बनाया जाएगा।
किसान नेता चौधरी सेठपाल सिंह, प्रधान विजय कुमार चौधरी मैनपाल सिंह, सुरेश शर्मा ने प्रदर्शन करते हुए बताया कि यह मार्ग दिल्ली देहरादून बाईपास हाईवे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, जिस पर टिकौला गांव के समीप शिला खाला का यह बड़ा पुल दयनीय हालत में है। यह पुल अंग्रेजी शासन काल में 80 वर्ष पहले बना था, जब पुल की भार क्षमता लगभग 200 कुंतल रही थी। आज दयनीय हालत में होने के बावजूद भी पुल से 500 से 1000 कुंतल के भारी वाहन हर समय गुजर रहे हैं, जिससे यह पुल नीचे लटक चुका है और कब टूट जाए इसका कुछ अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। इतना तय है कि इस पुल पर कोई बड़ा हादसा किसी भी समय हो सकता है और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को बार-बार सूचना देने के बावजूद भी विभाग पुल की अनदेखी कर रहा है।
किसान नेता सेठपाल सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर अगले एक सप्ताह में पुल की मरम्मत के लिए विभाग ने कार्रवाई नहीं की तो पुल पर जाम लगाकर मार्ग को बंद कर दिया जाएगा और विभाग के अधिकारियों को बंधक बनाया जाएगा।