मुख्यमंत्री ने सिमड़ी गांव पहुंच ली घटना की जानकारी, आर्थिक मदद का ऐलान ,अब तक 25 की मौत

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मुख्यमंत्री ने बुधवार को पौड़ी जिले के सिमडी गांव स्थित बस हादसा की घटनास्थल पर पहुंचकर उच्चाधिकारियों से घटना की जानकारी ली। अब तक 25 लोगों की मृत्यु इस दुर्घटना में हुई है जबकि 20 लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल भिजवाया गया है, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हैं। अभी राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों, गंभीर और सामान्य घायल को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया। यह आर्थिक सहायता उत्तरकाशी हादसे में मारे गए, गंभीर और सामान्य घायलों को भी

बुधवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घटनास्थल ग्राम सिमडी, पौड़ी गढ़वाल के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक भी साथ में मौजूद थे।

मुख्यमंत्री सिमड़ी गांव पहुंच कर दुर्घटना से प्रभावित परिवारों के परिजनों से मिलकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की और सरकार की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया।

मुख्यमंत्री धामी ने 4 अक्तूबर को उत्तरकाशी और पौड़ी की घटनाओं में प्रभावितों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। दोनों घटनाओं में मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये, गम्भीर घायल को 1-1 लाख रुपये और सामान्य घायल को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उक्त सहायता राशि प्रभावितों को तत्काल उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये हैं।

पौड़ी गढ़वाल बस हादसे में बचाव कार्य सुचारु गति से चल रहा है। अत्यधिक दुर्गम परिस्थितियों में लगभग 500 मीटर गहरी खाई में उतरकर एसडीआरएफ,फायर और स्थानीय पुलिस टीमों द्वारा युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार अब तक 25 लोगों की मृत्यु इस दुर्घटना में हुई है। 20 लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल भिजवाया गया है, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से घायल हैं। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मंगलवार शाम को बारातियों से भरी एक बस 500 मीटर गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें 47 लोग सवार थे।

इसके बाद मुख्यमंत्री बेस चिकित्सालय कोटद्वार जाकर घायलों और परिजनों से भेंट करेंगे। वहां की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण करेंगे। फिर कोटद्वार से उत्तरकाशी के हेलीकॉप्टर से जाएंगे। जहां द्रोपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर हिमस्खलन की चपेट में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (नीम) में प्रशिक्षुओं के राहत बचाव कार्यों का निरीक्षण और समीक्षा करेंगे। इसके बाद देहरादून के लिए रवाना होंगे।