ऋषिकेश, उत्तराखंड के पाचवें धाम माने जाने वाली श्री हेमकुण्ट साहिब की यात्रा शुरू होने के बाद धीरे धीरे रिजर्व में रखी बसों को यात्रा में लगा दिया गया है। इसकी झलक यात्रा पर जाने वाली बसों से गुलजार रहने वाले यात्रा बस अड्डे में साफ नजर आ रही हैं।
चार धाम यात्रा अपने चरम पर पहुंच गई है। रविवार को ही 150 बसों से ज्यादा बसों की डिमांड रही जिसमें हजारों श्रद्वालु चार धाम यात्रा पर रवाना हुए। इसके अलावा अपने शुरूआती दौर में ही सिक्खों की अति पावन श्री हेमकुण्ट साहिब की यात्रा भी जोर पकड़ती नजर आ रही है। इसका सीधा सीधा असर बसों की डिमांड पर भी पड़ना शुरू हो गया है। हांलाकि रोटेशन की और से अभी तक बसों की डिमांड को लेकर हाथ खड़े नही किए गये हैं लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से यात्रा मे आई अभूतपूर्व तेजी से कयास लगने लगे हैं कि अगले कुछ दिनों में यात्रा के पूरे चरम पर होने से बसों की जबरदस्त डिमांड उत्तराखंड सरकार का सिर दर्द बढा सकती है।
रोटेशन अधिकारियों के अनुसार आने वाले दिनों में ऋषिकेश में यात्रियों के बढ़ने की सूचना विभिन्न स्त्रोतों से बराबर मिल रही है। जिसको देखते हुए रोटेशन सभी आवश्यक कदम उठायेगा। उधर शुभ यात्रा ट्रेवल्स संचालक नवीन मोहन ने बताया कि चारधाम यात्रा में बसों की किल्लत दिखने लगी है। हेमकुंड यात्रा शुरू होने से बसों की डिमांड बढ़ गई है। श्रद्वालुओं की बड़ती भीड़ के बीचबीते एक सप्ताह से चारधाम यात्रा को लेकर बसों की मांग बढ़ रही है। श्री हेमकुण्ट साहिब की यात्रा का संचालन करने वाले गुरूदेव ट्रेवल्स के संचालक मनोज साहल के अनुसार मांग के अनुरूप रोटेशन समिति बसों की व्यवस्था धीमी गति से कर पा रही है। गौरतलब है कि चारधाम यात्रा के साथ श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा भी शुरू हो चुकी है। जून माह में श्रद्वालुओं का सैलाब उमड़ना तय है ऐसे भी बसों की किल्लत आने वाले दिनों में यात्रा का संचालन करने वाली संयुक्त रोटेशन के साथ साथ उत्तराखंड सरकार का भी सिर दर्द बड़ा सकती है।