विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रदेश में एक बार फिर पार्टी कार्यकर्ताओं में जान फूंकने की कोशिश में जुट गई है। नए अध्यक्ष नए तेवर और कलेवर के साथ संकट से कांग्रेस को उबारने के लिए बैठकें प्रारंभ कर दी है। रविवार को इसी क्रम में प्रदेश के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के संग बैठक पार्टी की मजबूती पर जोर दिया गया।
रविवार को कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में जिला,महानगर के अध्यक्ष,प्रदेश विभन्न फ्रंटलों के अध्यक्षगणों, प्रकोष्ठों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जनपदवार जिला अध्यक्षों की ओर से संगठन को मजबूत करने में सहयोग की बात करते हुए अध्यक्ष को बधाई। इसके साथ ही सभी ने एक स्वर से पार्टी में अनुशासन बनाने की पुरजोर वकालत की गई।
बैठक में अध्यक्ष करन माहरा ने सभी को आश्वस्त करते हुए कहा कि आप मेरे काम पर विश्वास रखिए आने वाले कुछ दिनों में सब ठीक-ठाक कर लेंगे। कांग्रेस को मजबूती तब मिलेगी जब हम इस कठिन समय में जन सरोकारों के मुद्दों के साथ खडे़ रहेंगे। पार्टी के हर कार्यकर्ता को विपरीत परिस्थितियों में भी जनता के साथ खड़ा रहना है।
उन्होंने कहा कि जिस जिले या ब्लाक में कार्यक्रम होंगे वहां के स्थानीय नेता व कार्यकर्ता को मंच में स्थान दिया जाएगा। ऐसा कार्यक्रम हम शीघ्र ही बनाएंगे। हमें अपने वरिष्ठ नेतागणों के अनुभव का इस्तेमाल करते हुए सहयोग के साथ-साथ सम्मान भी करना है।
अध्यक्ष माहरा ने कहा कि देश और राज्य इस वक्त एक वैचारिक संकट के दौर से गुजर रहा है। एक खास राजनैतिक विचारधारा समाज में वैमनस्य फैलाकर देश का भाईचारा समाप्त कर रही है। संविधान के साथ-साथ देश की आर्थिक स्वतंत्रता भी खतरे पड़ गई है।
उन्होंने कहा कि पार्टी सदन से लेकर सड़क तक भाजपा सरकार के खिलाफ संघर्ष को जारी रखेगी। एक विशेष अभियान (विचार, विचारधारा और विरासत) शुरू किया गया है। जिसके तहत अगले एक वर्ष में राज्य में अनेक कार्यक्रम किए जाएंगे। कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि वे विचारधारा की इस लड़ाई में मजबूती से खड़े रहें।