नैनीताल, गत दिवस कोरोना संक्रमित पाये गये नगर के सात नंबर निवासी 31 वर्षीय युवक व उसके भाई पर आखिर मल्लीताल कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं गुड़गांव से आकर खुद को गाजियाबाद से आया बताकर सात दिन के संस्थागत एकांतवास में जाने से बचे दो युवक कार्रवाई के भय से ही भाग गये हैं। जिला चिकित्सालय ने इस युवक के संपर्क में आये 23 लोगों के आज नमूने लेकर कोरोना की जांच के लिए भेज दिये हैं। साथ ही बताया कि अब तक उसके संपर्क में आये 81 लोगों को एकांतवास में रखा गया है, जबकि अभी भी ऐसे लोगों का आना जारी है।
-23 और लोगों के सैंपल लिए गए, अब तक 81 लोग संस्थागत एकांतवास में
नगर कोतवाल अशोक कुमार सिंह ने पूछे जाने पर दोनों भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की जानकारी दी। वहीं गुड़गांव के युवकों पर कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर बताया कि वे कार्रवाई के भय से शहर से भाग गये हैं। वहीं जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. केएस धामी ने बताया कि गुड़गांव के युवकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उन्होंने पुलिस को लिखा था। इस पर पुलिस उन्हें पकड़कर अस्पताल लायी थी। यहां से उन्हें संस्थागत एकांतवास में भेजे जाने की बात कही गई, इस पर उन्होंने शहर से वापस अपने गंतव्य जाने की बात कही और चले गये।
वहीं, एसडीएम विनोद कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमित युवक हल्द्वानी से अपने जीजा की मौत की बात कहकर आ गए थे। 17 जून को वे अपने जीजा के अंतिम संस्कार में जाने की जगह सीधे उनके गांव, कोश्यां कुटौली विकास खंड स्थित गांव चौरसा गये और 18 को लौटकर बीडी पांडे जिला चिकित्सालय आये। यहां भी वे अपने जीजा की मौत का बहाना लेकर संस्थागत एकांतवास की जगह गृह एकांतवास में चले गये। इस बारे में कोश्यां कुटौली तहसील और नगर की सीआरटी यानी सिटी रिस्पॉस टीम से रिपोर्ट लेकर कार्रवाई की जा रही है।