बीजेपी विधायक पर यौन शोषण के आरोप के मामले पर राजनीति हुई तेज

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उत्तराखंड
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा विधायक महेश नेगी पर लगे आरोपों को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सच्चाई सामने लाने के लिए डीएनए जांच करानी चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने विधायक महेश नेगी के मामले को गम्भीर बताते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि सॉफ्ट टारगेट होता है। ऐसे प्रकरण में विधायक ही नहीं जनसामान्य का भी कोई व्यक्ति इस तरह के कृत्य करता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। इस पूरे मामले में जिस तरह से विधायक की पत्नी ने ब्लैकमेलिंग की शिकायत की है वो भी सन्देह के घेरे में है।  महिला के आरोप गम्भीर हैं। इसलिए सरकार को उसके बच्चे और विधायक की डीएनए जांच करवा कर निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रीतम सिंह ने कहा कि महिला ने विधायक पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। इसलिए विधायक को इस्तीफा देना चाहिए और बीजेपी को भी विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

 

गौरतलब है कि उत्तराखंड के द्वाराहाट से भाजपा विधायक महेश नेगी की पत्नी रीता नेगी ने एक शादीशुदा महिला प्रीति बिष्ट समेत उसके पती, माँ व भाई पर ब्लैकमेलिंग कर 5 करोड़ माँगने का आरोप लगाया है। इसके चलते राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। विधायक की पत्नी के द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर नेहरु कॉलोनी पुलिस द्वारा प्रीति बिष्ट को थाने बुलाकर पूछताछ की गई लेकिन महिला को पत्रकारों से दूर रखा गया। हालाँकि सूत्रों की माने तो महिला का साफ तौर पर कहना है विधायक नेगी के साथ हमारे रिश्ते है और हम दोनों की एक बच्ची भी है जिसका डीएनए करवा लिया जाए तो स्थिति साफ हो जाएगी।

विधायक की पत्नी द्वारा दी गयी तहरीर में साफ लिखा है कि “9 अगस्त को ब्लैकमेल करने वाली महिला प्रीति बिष्ट ने हमारे लड़के के मोबाइल पर फोन कर हमसे बात की और हमारे पती से अवैद्य सम्बन्ध होने की जानकारी दी। हमे बात करने के लिए देहरादून के घंटा घर स्थित खालसा रेस्टोरेंट में बुलाया और हमसे मामले को निपटाने के लिए 5 करोड़ की माँग की गई। धनराशि देने से इनकार करने पर महिला व उसके भाई ने यौन शोषण, बलात्कार के आरोप में फसा कर पूरी राजनीति चौपट करने की धमकी दी।”  विधायक की पत्नी ने आरोपी महिला के बारे में तहरीर में लिखा है कि प्रीति बिष्ट नाम की महिला व उसके घर के अन्य लोग अपनी समस्याओं को लेकर हमारे घर आते रहते थे। इस महिला का आचरण ठीक न होने के कारण हमने अपने घर आने से मना कर दिया था। इस महिला ने शामली के एक युवक दीपक के साथ प्रेम विवाह भी किया था लेलिन पिछले दिनों इनका आपस मे विवाद भी हुआ था लेकिन वर्तमान में इनका समझौता हो गया है।

वही इस मामले में आरोपी महिला ने सामने आकर विधायक पर आरोप लगाये और कहा कि दो साल से विधायक उसका शररिक शोषण कर रहे हैं। साथ ही उनका एक बच्चा भी है जिसका डीएनए सेम्पल लिया जाये, जिससे सच सामने आये और उनके बच्चे को उसका पूरा अधिकार मिल सके। साथ ही उन्होंने ब्लेकमेलिंग के आरोपों को निराधार बताया और अपनी और अपने बच्चे की जान को खतरा बताया। उन्होंने पुलिस पर भी उनकी बात न सुनने का आरोप लगाया।

हालाँकि मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण और सत्ता पक्ष के विधायक से जुड़े होने के कारण पुलिस भी खुल कर बोलने से बच रही है , लेकिन डीआईजी अरुण मोहन जोशी से जब इस सम्बन्ध में पूछा तो उन्होंने बताया एक महिला ने तहरीर दी है जिसमे कहा गया है कि एक महिला व उसके घरवाले उनके पती को ब्लैकमेल करने के लिए रेप का केस लगवाने की धमकी दे रहे है। मामले को दर्ज कर लिया गया है जाँच चल रही है, मामला सेन्सिटिव है इसलिए अभी पूरी जानकारी देना सम्भव नही है।

उत्तराखंड की राजनीति सेक्स स्कैंडल और यौन शोषण के मामलों से अछूती नही रही है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में सच्चाई कहब तक सामने आती है।