उत्तरकाशी, ज़िले में युवाओं के लिये रोजगार के मौक़े पैदा करने के मक़सद से ज़िलाधिकारी ने वॉटर स्कीइंग का एक फ़ाउंडेशन कोर्स आयोजित किया।
जिला पर्यटन अधिकारी, प्रकाश खत्री, जिला पर्यटन विकास परिषद और ज़िलाधिकारी आशीष चौहान की देखरेख में इस सात दिनों के कैंप का आयोजन खूबसूरत चिंन्यालीसौंण की टिहरी झील में किया गया।
वॉटर स्कीइंग के इस फ़ाउंडेशन कोर्स का आयोजन 4-10 जनवरी के बीच किया गया। इस बारे में डीएन आशीष चौहान ने कहा कि, “ज़िले में साहसिक पानी के खेलों का भविष्य सुनहरा है। इसके आयोजन का मक़सद है युवाओं को इन साहसिक खेलों के बारे में जागरूक करना और उनके बीच स्वरोज़गार के मौक़े पैदा करना, इसके ज़रिया स्थानीय युवकों में आत्मविश्वास भी भरा जायेगा।”
इस आयोजन में जिस उत्साह से 13-19 साल के बच्चों ने हिस्सा लिया उससे कोर्स प्रशिक्षक, प्रवीन रांगण ख़ासे उत्साहित थे। उनका कहना था कि, “ख़राब मौसम और ठंडे पानी के बावजूद, इन बच्चों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। बच्चों ने वॉटर स्कीइंग की बारिकीयों को मन लगाकर सीखा और हमें भी ख़ासा मज़ा आया।”
इस वॉटर स्कीइंग के कोर्स की ख़ास बात यह रही कि इसमें हिस्सा लेने वाले बच्चों में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज़्यादा थी। इस कोर्स में 7 लड़कों की तुलना में 13 लड़कियों ने हिस्सा लिया। इन लड़कियों ने समाज में लड़कियों की घरेलू छवि को तोड़ते हुए साहस और रोमांच से भरे इस खेल में लड़कों को कड़ी चुनौती दी।
चुंगीबढ़ेती की रहने वाली 17 साल की अमीसा ने अपने माता पिता से इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिये इजाज़त ली और उसका कहना है कि,”वॉटर स्पोर्ट्स में काफ़ी संभावनाऐं हैं, और यह हमारे घर के पास भी है। किसी दुर्घटना की सुरत में हम अपने प्रशिक्षण को काम पर लगाकर जानमाल का नुक़सान होने से बचा सकते हैं। और साथ ही साहसिक खेलों को अपना व्यवसाय भी बना सकते हैं।”
इन बच्चों को इस क्षेत्र के सबसे बेहतरीन प्रशिक्षकों से ट्रेनिंग मिल रही है। इनमें, प्रवीण रांगण, नवीन नेगी, अरविंद रतूड़ी, मोनिका डबराल, मोनिका नेगी और मुख्य प्रशिक्षक वीरेंद्र नौटियाल शामिल हैं। इन सभी का मक़सद है कि इन बच्चों को बेहतर से बेहतर प्रशिक्षण दिया जाये ताकी पाने के साहसिक खेलों में यह महारथ हासिल कर लें।