पुलिस ने कायम की मिसाल

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गोपेश्वर,  जब भी पुलिस का नाम सामने आता है तो आंखों के सामने एक अलग की चित्र पुलिस का खिंचने लगता है और मन में पुलिस के प्रति बुरा सो भाव पैदा होने लगता है। पर इससे इतर चमोली गोपेश्वर की पुलिस ने एक शानदार उदाहरण पेश कर पुलिस की उस छवि को तोड़ने का प्रयास किया है।

वाकया कुछ इस प्रकार से है। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर के निकटवर्ती गांव पाडुली में रविवार की रात्रि को महिपाल सिंह पुत्र छोटिया सिंह एक घर में अचानक आग लग गई जिससे घर में रखा सारा सामान आग में जल कर राख हो गया। जानकारी मिलने पर रात को ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची आग को बुझाने का प्रयास किया गया। आग पर तो काबू पा लिया गया लेकिन घर में रखा सामान नहीं बचाया जा सका। इस अग्नि कांड में घर में पढ़ने वाले तीन मासूमों की कॉपी, किताब, बस्ता यहां तक की स्कूल ड्रेस भी जल कर स्वाहा हो गई। जिससे इन मासूमों के सामने स्कूल जाने का रास्ता ही बंद हो गया था। बच्चे मायूस और उदास हो गये। महिपाल सिंह की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। महिपाल सिंह के सामने अब यह संकट पैदा हो गया था कि वह घर का सामान जुटाये या बच्चों के लिए स्कूल जाने के लिए काफी किताब सहित अन्य सामग्री। ऐसे में तीनों बच्चे भी मायूस थे कि अब स्कूल नहीं जा पायेंगे।

मंगलवार को जब थाना गोपेश्वर के थानाध्यक्ष कुंदनराम को जानकारी मिली तो उन्होंने थाने में कार्यरत सभी पुलिस कर्मियों से यह बात साझा की जिस पर सभी ने आपस में 5600 रुपये एकत्र कर बच्चों को नई किताबें, कापियां, बस्ता और ड्रेस दिलाई ताकि बच्चों की स्कूल न छूटे। थाने पुलिस कर्मियों ने 5600 रुपये जमा किये और बच्चों की किताब, कॉपी, बस्ते, ड्रेस खरीद कर बच्चों को दी। थानाध्यक्ष कुंदन राम बताते है कि क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र सिंह ने उन्हें आग लगने की जानकारी दी थी।

साथ ही जब उन्हें इसकी जानकारी मिली की कॉपी किताब के अभाव में बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे तो उन्हें काफी बुरा लगा और उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ यह बात साझा की जिस पर सभी ने आपस में पैसा एकत्र कर बच्चों को काफी किताब के साथ स्कूल की सभी सामग्री उपलब्ध कराई। जिसे पाकर बच्चे काफी खुश नजर आए। पुलिस के इस कार्य की सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र सिंह बिष्ट के साथ ही क्षेत्र के लोगों ने भी काफी सराहना की है।