भगवान केदारनाथ धाम के कपाट नौ मई को खोले जाएंगे। पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि पंचांग गणना के आधार पर घोषित की गई।
गणना के अनुसार, कपाट विशेष पूजा अर्चना के साथ सुबह 5: 35 बजे खोले जाएंगे। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी व मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर सुबह पूजा-अर्चना की गई। डोली प्रस्थान का समय 6 मई को निश्चित किया गया है। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने यह जानकारी दी। इस दौरान केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग, मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल के साथ ही मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, कार्याधिकारी एनपी जमलोकी समेत प्रशासन एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।
वहीं भू-वैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 10 मई को सुबह 4.15 बजे ग्रीष्मकाल के लिए खोले जाएंगे। नरेंद्रनगर (टिहरी) स्थित राजमहल में पंचांग व गणेश पूजा के बाद महाराजा की ओर से पंडित कृष्ण प्रसाद उनियाल ने कपाट खुलने की तिथि घोषित की थी। वहीं, बदरीनाथ धाम में अभिषेक पूजा के लिए तिलों का तेल पिरोने की रस्म 24 अप्रैल को राजमहल में पूरी की जाएगी।
इसके अलावा गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया यानि की 7 मई को खोले जायेंगे। सर्दियों के 6 महीने में बंद रहें उत्तराखंड के धार्मिक स्थल चारधाम मई में एक बार फिर अपने श्रद्धालुओं के लिए खुल जाऐंगे।7 मई को यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट सबसे पहले खुल जाऐंगे।
चारधाम यात्रा को लेकर प्रशासन ने शुरू की तैयारियां
आगामी चारधाम यात्रा को लेकर प्रशासन तैयारियां शुरू कर दिया है। आगामी 30 अप्रैल तक राष्ट्रीय राजमार्गों के अलावा लिंक मार्गों की भी आवश्यक मरम्मत कटिंग आदि का कार्य व गड्डे भरान के साथ ही पैच वर्क कार्यों को तेजी से पूरा किया जायेगा।
- चारधाम यात्रा मार्गों में अवस्थित होटलों एवं अन्य स्थानों पर डिस्पले हैल्पलाइन के साथ ही शिकायत पेटिकाएं लगाने तथा प्राप्त शिकायतों की माॅनिटिरिंग किया जाएगा।
- यात्रा के दौरान यात्रियों को कैश की कमी न हो इसके लिए बैंकिंग सुविधाएं बढाई जाऐंगी।
- यात्रा मार्ग की स्थिति के सम्बन्ध में सोशल मीडिया, वाट्सएप, टिविट्र फैसबुक के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय ताकि चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को यात्रा के सम्बन्ध में सभी जानकारियां प्राप्त हो सकें।
- यात्रा मार्गों पर चिकित्सा स्वास्थ्य, यात्रियों के भोजन आदि की व्यवस्थाएं भी निर्धारित समय में सुनिश्चित करवायें जाने पर भी काम किया जा रहा है।