ऋषिकेश, तीर्थ नगरी ऋषिकेश में साहित्य को एक नई पहचान देने की कोशिश में लगी आवाज संस्थाने हिंदी और गढ़वाली के कवियों को संगठित करके एक ऐसा मंच प्रदान किया है, जिससे साहित्यकारों को नई ऊंचाई छूने का मौका मिला है। इसी क्रम में ढालवाला मुनि की रेती ऋषिकेश आवाज साहित्यिक संस्था द्वारा हिंदी दिवस के उपलक्ष में बाल कवि सम्मेलन,काव्य गोष्ठी एवं स्व.द्वारिका प्रसाद मलासी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उदघाट्न उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल जी द्वारा किया गया तथा इस अवसर पर स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वार बाल कवि के रूप मैं कन्या भ्रूण,पर्यावरण,देश प्रेम आदि विषयोँ पर सुंदर प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गई तथा डा. विक्रम अलंकार को स्व0द्वारिका प्रसाद मलासी पुरुस्कार प्रदान किया गया।
इस अवसर पर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शिवमूर्ति कण्डवाल, श्वेता खन्ना,विक्रम सिंह नेगी,आशाराम व्यास,अशोक क्रेजी,चन्द्रवीर पोखरियाल,रामकृष्ण पोखरियाल,महेश चिट्कारिया,सुनील थपलियाल,रामकृष्ण पोखरियाल,नरेंद्र रयाल,धनेश कोठारी,प्रबोध उनियाल,सतेंद्र चौहान,धनीराम बिन्जोला,नरेंद्र मैठाणी, रवि शास्त्री,चिंतामणि कुड़ियाल,भरत मणि कुड़ियाल,गोपाल चौहान ,आशीष लखेड़ा,शांति ठाकुर, वीना जोशी,पूनम जोशी,पुष्पा ध्यानी आदि उपस्थित थे।