सिंचाई और पर्यटन विभाग की परियोजनाएं समय से पहले पूरी करें : मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को सचिवालय में सिंचाई एवं पर्यटन विभाग की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न प्रोजक्ट के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं, हर हाल में निर्धारित समय से पूर्व पूर्ण कर लिया जाए।
उन्होंने कहा कि सचिव स्तर से भी फील्ड में कार्यों का निरीक्षण किया जाए। खराब नलकूपों को ठीक कराने और किसानों को सिंचाई के लिए जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पम्पों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौंग व जमरानी बांध बड़े प्रोजेक्ट हैं। सौंग बांध का डिजाइन, फॉरेस्ट क्लीयरेंस और इन्वायरमेंटल क्लीयरेंस का कार्य जल्द कर लिया जाए। इसके लिए एक सीनियर अधिकारी की जिम्मेदारी तय करने को कहा। मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा में गगास, पिथौरागढ़ में थरकोट, लोहाघाट के समीप कोलीढ़ेक एवं पौड़ी में ल्वाली झील के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने जनपद हरिद्वार के भौरी में पेयजल के परीक्षण के भी निर्देश दिए हैं। त्यूनी-प्लासू हाइड्रो प्रोजेक्ट की भी जानकारी ली। बताया गया कि इस वर्ष सितम्बर तक इस प्रोजेक्ट से संबंधित सभी स्वीकृतियां प्राप्त कर ली जाएंगी। बैठक में जानकारी दी गई कि केदारपुरी की मंदाकिनी नदी की सुरक्षा का पुनर्निमाण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
हरिद्वार के जगजीतपुर में सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट का कार्य नवम्बर 2019 और विकासनगर के पांच गांवों में स्प्रिंकलर आधारित लिफ्ट सिंचाई निर्माण की योजना का कार्य, मार्च 2020 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। राज्य में फ्लोटिंग सोलर पॉवर संयंत्र की स्थापना के लिए एमओयू हो चुका है। इसकी डीपीआर, निविदा एवं निर्माण की कार्रवाई की जा रही है। इससे प्रतिवर्ष तीन करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा।
पर्यटन विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में जो नए थीम बेस्ड डेस्टिनेशन का विकास किया जाना है, उसके लिए सुनियोजित योजना बनाई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि समय पर कार्य धरातल पर दिखें।
बैठक में बताया कि 13 डिस्ट्रिक 13 डेस्टिनेशन के लिए पर्यटन विभाग द्वारा छह तकनीकी परामर्शदाता इम्पैनल किए गए हैं। प्रथम चरण में कार्यों का चिह्नीकरण किया गया है। जिलाधिकारियों को 50-50 लाख रुपये की धनराशि निर्गत की गई है। सुरकण्डा देवी रोपवे के निर्माण में तेजी लाने के भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए। पूर्णागिरी रोपवे का कार्य प्रगति पर है।
केदारनाथ रोपवे के लिए विभाग द्वारा आंतरिक एवं सिस्मिक सर्वे कराया गया है। नैनीताल और यमुनोत्री रोपवे के लिए भी कार्रवाई गतिमान है। इस वर्ष अभी तक 27 लाख 35 हजार श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ चुके हैं।
बैठक में सिंचाई व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव डॉ. भूपेन्द्र कौर औलख आदि उपस्थित थे।